मिट्टी के बर्तन में बने खाने का स्वाद कुछ अलग ही होता है. जहां अब मिट्टी से बने बर्तन की जगह स्टील, एल्युमीनियम और लोहे के बर्तनों ने ली है, वहीं पहले के दौर में केवल मिट्टी और लकड़ी के बर्तनों में खाना पकाया और परोसा जाता था. स्वाद के साथ इसमें पोष्टिक गुण पाए जाते हैं. अब फिर से बदलते दौर में मिट्टी के बर्तन चलन वापिस आ रहा है. इन दिनों बाजार में मिट्टी से बने कुल्हड़ में चाय, पिज्जा, लस्सी, जूस आदि का जायका खूब लिया जा रहा है.

इसके साथ ही लोग अब अपने घरों में मिट्टी से बने बर्तनों को इस्तेमाल में लाने लगे हैं. मिट्टी से बने कुकर में लोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन और खाना तैयार कर सकते हैं, जैसे खिचड़ी, चावल, पुलाव, दाल, सब्जी, खीर, केक, रसगुल्ला, मोमोज, बिरयानी, दलिया आदि आसानी से बनाया जा सकता है. Read More – Ranbir Kapoor ने बेटी Raha Kapoor के नाम पर बनाई Will, इंटरव्यू में किया हैरान करने वाला खुलासा …

दिल के लिए फायदेमंद

विज्ञान भी इस बात की पुष्टि करता है कि मिट्टी से बने बर्तन में बने खाने का सेवन दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है. मिट्टी से बने बर्तनों में भोजन बनाने में तेल का इस्तेमाल बहुत कम होता है और इसमें भोजन के पकने की प्रक्रिया धीमी होती है. इसलिए मिट्टी के बर्तन में बने भोजन में प्राकृतिक तेल और नमी की मात्रा बरकरार रहती है और इसलिए मिट्टी के बर्तनों में बने भोजन का सेवन दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को मिट्टी के बर्तन में बने खाने का सेवन जरूर करना चाहिए.

डायबिटीज की समस्या में फायदेमंद

मधुमेह (डायबिटीज) की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए मिट्टी के बर्तन में बना भोजन अधिक फायदेमंद होता है. चूंकि मिट्टी के बर्तनों में भोजन पकाने की प्रक्रिया धीमी होती है और सही तरीके से इसमें भोजन को पकाया जाता है. इसलिए इसमें पके भोजन का सेवन करने से इन्सुलिन का उत्पादन संतुलित रहता है. डायबिटीज के रोगियों के लिए इंसुलिन का उत्पादन संतुलित होना बेहद जरूरी होता है. इसके अलावा तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि मिट्टी से बने बर्तन में बने भोजन का सेवन करने से डायबिटीज के रोगियों के शरीर की इम्यूनिटी बेहतर होती है. इसलिए भी मिट्टी के बर्तन में बने भोजन का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है. Read More – देश के आकर्षक और लोकप्रिय शहरों में से एक है अमृतसर, यहां घूमने लायक है बहुत सी जगह …

एसिडिटी की समस्या से बचाता है

कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि मिट्टी से बने बर्तन में बना भोजन एसिडिटी की समस्या में भी फायदेमंद होता है. दरअसल मिट्टी के बर्तनों में प्राकृतिक तौर पर अल्कलाइन मौजूद होते हैं, जो इसके पीएच स्तर को संतुलित रखने का काम करते हैं. इसलिए इसमें बने भोजन का सेवन करने से एसिडिटी की समस्या का खतरा कम होता है. संतुलित पीएच स्तर एसिडिटी की समस्या में फायदेमंद माना जाता है.