चंडीगढ़, पंजाब। 15 साल पहले किसने सोचा था कि पंजाब के सुदूर गांव का एक लड़का कॉलेज की राजनीति की हलचल में इतना खो जाएगा कि एक दिन वह एक टॉप का गैंगस्टर बन जाएगा, जो 700 से अधिक बदमाशों का नेतृत्व करेगा. 12 फरवरी 1992 को जन्मे लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फिरोजपुर जिले के दुतरंवाली गांव में पला-बढ़ा और बाद में चंडीगढ़ आ गया. वह 2007-2009 तक सेक्टर 15 में डीएवी स्कूल में पढ़ा और फिर दो साल बाद पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से लॉ में डिग्री हासिल करने का विकल्प चुना.

छोटी-मोटी हाथापाई से शुरू हुआ लॉरेंस का सफर

पंजाब विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति के मोह में किसी भी छात्र को आकर्षित करने और राजनीति और खून-खराबा की दुनिया में उलझाने की अत्यधिक क्षमता है. विश्वविद्यालय में छात्र चुनाव में कई बार खूनी मामले सामने आते रहे हैं. भला लॉरेंस भी इससे अछूता कैसे रहने वाला था. धीरे-धीरे छोटी-मोटी हाथापाई से शुरू होकर वह एक के बाद एक अपराध की सीढ़ियां चढ़ता रहा और आखिर में उस जगह पर पहुंच गया, जहां वह अभी है.

लॉरेंस बिश्नोई

लॉरेंस बिश्नोई के लिए हत्या करना या करवाना मामूली बात

सूत्रों का कहना है कि पहली बार लॉरेंस बिश्नोई कॉलेज के पहले वर्ष के दौरान एक परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ा गया था और यहां तक कि पकड़े जाने से बचने के लिए खिड़की से बाहर कूद गया था. वह प्रथम वर्ष में फेल हो गया, हालांकि उसने स्नातक की पढ़ाई पूरी की. बिश्नोई एक बहुत सक्रिय छात्र राजनीतिक दल पंजाब विश्वविद्यालय (एसओपीयू) के छात्रों में भी शामिल हुआ और बाद में छात्र अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा. उस समय, संपत नेहरा और गोल्डी बराड़ (सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी) दोनों ने उसके लिए प्रचार किया. तीनों को मारपीट के कई मामलों में शामिल पाया गया और 2013 में गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई ने चुनाव में एक प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई ने पूरी तरह से अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और तब से उसका जेलों से लगातार नाता पड़ता रहा.

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सलमान खान को दी थी जान से मारने की धमकी

बाद में लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान में अंडरग्राउंड हो गया और कुछ साल बाद फिर सुर्खियों में आया, जब उसने काला हिरण हत्या मामले में कथित संलिप्तता के लिए सलमान खान को मारने की कसम खाई. जून 2021 में लॉरेंस बिश्नोई को तिहाड़ जेल भेज दिया गया था और तब से वह कई बार जेल परिसर के अंदर से अपने गिरोह को चलाते पाया गया. अब मई 2022 में 29 वर्षीय बिश्नोई ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरीं, जब उसका नाम पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या में सामने आया. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हिरासत में बिश्नोई ने यहां तक माना है कि मूसेवाला की हत्या के लिए उसका गिरोह जिम्मेदार है.

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लॉरेंस बिश्नोई ने माना मूसेवाला हत्याकांड में उसके गिरोह का हाथ

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जेल में बंद होने के कारण अपनी भूमिका से इनकार करते हुए लॉरेंस बिश्नोई ने स्वीकार किया है कि हत्या (मूसेवाला की हत्या) के लिए उसका गिरोह जिम्मेदार हो सकता है. अभी मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) मामले में तिहाड़ जेल में बंद, बिश्नोई दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में उसके खिलाफ दर्ज 5 दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल है. इस बीच, लॉरेंस बिश्नोई के भतीजे सचिन बिश्नोई ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है.

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मूसेवाला हत्याकांड में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गैंग की भागीदारी की पुष्टि की

मूसेवाला हत्याकांड में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि पंजाबी सिंगर की हत्या विक्की मिद्दूखेड़ा के मर्डर का बदला था. उसने कहा कि कनाडा के एक गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला को खत्म करने की साजिश रची थी. इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों ने दी. स्पेशल सेल ने हाल ही में मूसेवाला हत्याकांड के मामले में पूछताछ करने के लिए बराड़ के सहयोगी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हिरासत में लिया था.

विक्रमजीत सिंह मिद्दुखेड़ा और गुरलाल बराड़ की हत्या का बदला

सूत्रों ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई ने माना कि मूसेवाला की हत्या के पीछे गोल्डी बराड़ का हाथ है. पूछताछ में उसने बताया कि मूसेवाला उसके दुश्मन गैंग के करीब था, इसलिए वे उसे मारना चाहता था. बिश्नोई ने कहा कि हमारे भाई विक्रमजीत सिंह मिद्दुखेड़ा और गुरलाल बराड़ की हत्या में मूसेवाला का नाम सामने आया था, लेकिन पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. मूसेवाला हमारे साथी अंकित भादू के एनकाउंटर में भी शामिल था. उसने हमारे खिलाफ कई षड्यंत्र रचे थे. गोल्डी बराड़ इस सब से नाराज था और बदला लेना चाहता था. सूत्रों की मानें तो बिश्नोई ने मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टरों के नामों का खुलासा नहीं किया है.