How To Stop Children Mobile Addiction : आजकल स्मार्टफोन का जमाना है. हमारे बच्चे पैदा होते ही है मोबाइल देखना शुरू कर देते हैं. हालांकि हम सभी अभिभावक के तौर पर नहीं चाहते लेकिन फिर भी बच्चों के लिए भी मोबाइल एंटरटेनमेंट का साधन बन गया है. लेकिन बहुत बार घर में ऐसी स्थिति होती है कि बच्चा मोबाइल देख रहा होता है और एकदम से उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया जाता है. अगर बच्चा बहुत छोटी उम्र का होता है तो वह रोने लगता है, वहीं थोड़े बड़े बच्चे इस बात से इरिटेट हो जाते हैं.

यह बात सच है कि बच्चों को मोबाइल नहीं देखना चाहिए लेकिन इस तरह से उनके हाथ से उनकी मनसंद चीज को छीनना भी गलत है. आज बात करते हैं कि हम इस तरह की स्थिति में क्या करें.

10 से 15 मिनट का दे समय (How To Stop Children Mobile Addiction)

अगर आपको लग रहा है कि बच्चा बहुत समय से मोबाइल देख रहा है तो आप उसे बहुत नर्मी से कहें कि मोबाइल देखते हुए तुम्हें बहुत टाइम हो गया. अब 10 से 15 मिनिट और देख लो उसके बाद मोबाइल रख देना. इस तरह से बच्चा इरिटेट भी नहीं होगा. वहीं उसके दिमाग में मोबाइल से खुद को अलग करने का एक अलार्म भी सैट हो जाएगा.

उसके पास खड़े न रहें (How To Stop Children Mobile Addiction)

जब आपने बच्चे को बताया कि दस से 15 मिनिट में मोबाइल उसके पास नहीं रहेगा इसका मतलब यह नहीं है कि आप उसके आस- पास ही खड़े रहें. हां अपने बच्चे को नोटिस करना कोई बुरी बात नहीं है. आप एक दो बार उसे कह सकते हैं कि देखो घड़ी देखते रहना. बस आप खुद देखेंगे कि बच्चा अपने आप ही मोबाइल रख देगा.

बच्चों की रुचिकर काम करवाए

कई बार बच्चे आपसे सवाल करते हैं कि अच्छा अगर मैं मोबाइल नहीं देखूंगा तो मैं क्या करुंगा. इसके लिए आपको सच में कोई एक्टिविटी प्लान करके रखनी है. आप उसे कह सकते हैं कि हम दोनों डांस करेंगे या कलर करेंगे या फिर कुछ भी जिसमें बच्चे को रुचि हो. यह याद रखें कि जब उसके पास मोबाइल नहीं है तो कैसे एंटरटेन होगा इसकी जिम्मेदारी आपकी है.

मोबाइल को लेकर रिश्तेदारों के सामने न करें कमेंट

अरे भई हमारे बच्चे तो मोबाइल जेनरेशन हैं. इन्हें सोशल मीडिया तो पता है लेकिन सोशल होना क्या होता है इन्हें नहीं पता. दिनभर मोबाइल में घुसे रहते हैं. अक्सर हम बड़े जब भी रिश्तेदार आते हैं उनसे अपने बच्चों के लिए यह बातें करते हैं. इससे ऐसा नहीं होता कि बच्चे मोबाइल से दूर हो जाते हैं लेकिन हां वो हमारी इन बातों से इरटेट जरुर हो जाते हैं. रिश्तेदारों के सामने कम से कम इस तरह के नेगेटिव कमेंट न करें.

उनकी दिलचस्पी पर दें ध्यान

आपने देखा है कि आजकल बच्चे बहुत आराम से कह देते हैं कि मैं तो बहुत बोर हो रहा हूं. उस समय आप उन्हें समय दें. उनसे पूछें कि मोबाइल के अलावा और कौनसी चीज है जिसमें उनकी दिलचस्पी है. आप अपने पुराने जमाने के गेम उन पर दवाब न डालें. उनसे पूछें कि उनको क्या करना है और वो गेम उनके साथ खेलें. ऐसे में वो भी बिना मोबाइल के भी एंटरटेन होना सीख लेंगे.