दिल्ली। भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा निशाने पर रहने वाले राबर्ट वाड्रा बेहद खामोशी से कोरोना की जंग में गरीबों और मजलूमों की मदद में जुटे हैं। उनके काम के बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे।
दरअसल, राबर्ट वाड्रा देश की राजनीति के लिए जाना पहचाना नाम है। ये कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के दामाद और प्रियंका गाँधी के पति के साथ साथ सफल कारोबारी हैं। राबर्ट वाड्रा शतरंज के वो मोहरे हैं। जिन्हें बदनाम करने की कोशिश में भाजपा और उसके नेता लगे यहते हैं। भाजपा उन्हें बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती। भाजपा काँग्रेस और गाँधी परिवार के साथ राबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है।
इन सभी आरोपों प्रत्यारोपों से दूर राबर्ट वाड्रा कोरोना के इस संकटकाल में प्रवासी मजदूरों की सेवा कर रहे हैं। राबर्ट वाड्रा पैदल चल रहे भूखे-प्यासे प्रवासी मजदूरों की दयनीय हालत को देखकर उनके लिए खाद्य सामाग्री के पैकेट, बोतलबंद पानी और ब्रांडेड क्वालिटी वाले ढाई लाख जोड़े जूते और एक लाख जोड़ी सैंडल और चप्पल खामोशी के साथ बंटवाने में जुटे हैं। खास बात ये है कि ये काम वाड्रा बिना किसी तामझाम के करने में जुटे हैं।