लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक किसान सरकारी रिकॉर्ड में मर चुका है और अब सिस्टम से सवाल कर रहा है कि “मुझे सरकारी रिकॉर्ड में क्यो मार दिया ?” और गुहार लगाते हुए कह रहा है “साहब मैं जिंदा हूं.”

बालोद के ग्राम दुबचेरा निवासी रामप्रसाद यादव को राजस्व रिकार्ड में मृत घोषित कर दिया गया है. अब किसान खुद को जिंदा साबित करने के लिए 2021 से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है. चलिए जानते है कि आखिर पूरा मामला क्या है ?”

क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, रामप्रसाद के बड़े बेटे के निधन के बाद उसके नाम की जमीन को बहनों के नाम पर परिवर्तित करने फौती उठाया गया. तब पता चला कि सरकारी दस्तावेज B1 में मृतक के पिता राम प्रसाद को मृत घोषित कर दिया है. जिसके कारण जमीन का नाम में परिवर्तन की प्रकिया नहीं हो रही है. ऐसे में छोटा बेटा अपने पिता के साथ सरकारी रिकॉर्ड में खुद को जिंदा करने तहसील कार्यालय से लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचा. कलेक्टर कार्यालय में अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक ने त्रुटि बदलते हुए तत्काल संबंधित एसडीएम को कॉल कर किसान की समस्या का समाधान करने निर्देश दिए हैं.