रायपुर- सीनियर ब्यूरोक्रेट अमिताभ जैन राज्य के नए चीफ सेक्रेटरी बनाए गए हैं. अब तक इस पद का दायित्व संभाल रहे आर पी मंडल के रिटायरमेंट के साथ ही राज्य शासन ने इस आशय का आदेश जारी कर दिया है. जैन राज्य के 12वें चीफ सेक्रेटरी होंगे. चीफ सेक्रेटरी के रूप में अमिताभ जैन का कॅरियर सबसे लंबा हो सकता है, वह साल 2025 में रिटायर होंगे. ऐसे में उनका कार्यकाल पांच साल का होगा.

अमिताभ जैन 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं. इस बैच में वह छत्तीसगढ़ के अकेले आईएएस हैं. अलग-अलग विभागों में काम करने का उनके पास लंबा अनुभव है. वह लंबे समय से फाइनेंस की जिम्मेदारी संभालते आ रहे हैं. इसके अलावा वाणिज्यिक कर, गृह, जेल, परिवहन, जल संसाधन जैसे कई बड़ा पोर्टफोलियो उनके पास रहा है. अमिताभ जैन छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि से आते हैं. उनकी स्कूलिंग दल्ली राजहरा से हुई है. अविभाजित मध्यप्रदेश में 11 वीं बोर्ड परीक्षा में वह टाॅपर रहे हैं. रायपुर से ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले जैन एमटेक हैं. केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान उन्होंने लंदन में भी कुछ वक्त के लिए सेवाएं दी है.
सरकार से बेहतर तालमेल
अमिताभ जैन शांत मिजाज के अफसर हैं. नियम कायदे में रहकर काम करना उनकी खूबी रही है. पिछली सरकार के वक्त से ही वह फाइनेंस जैसा महत्वपूर्ण विभाग संभालते आ रहे हैं. सत्ता में भूपेश सरकार के काबिज होने के बाद भी फाइनेंस की उनकी जिम्मेदारी नहीं बदली गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विश्वसनीय अफसरों में उनका नाम शुमार किया जाता है. आर पी मंडल के एक्सटेंशन को लेकर राज्य सरकार की चिट्ठी पर केंद्र सरकार का सकारात्मक रूख नहीं आने के बाद से ही जैन के नाम पर चर्चाएं शुरू हो गई थी कि वह राज्य के अगले चीफ सेक्रेटरी होंगे. सरकार की कई बड़ी बैठकों में उन्हें पहले से ही बुलाया जाने लगा था. हालांकि पिछली कैबिनेट में मंडल को दी गई विदाई के बाद एक चर्चा एसीएस सी के खेतान के नाम को लेकर भी छिड़ी थी. प्रशासनिक महकमे के विश्वसनीय सूत्रों की माने तो उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से यह कयास लगाए गए कि उन्होंने चीफ सेक्रेटरी बनाए जाने को लेकर चर्चा की थी. मंडल को चीफ सेक्रेटरी बनाने के दौरान सरकार ने सी के खेतान को राजस्व मंडल भेजा था. खेतान अमिताभ जैन से सीनियर हैं, लिहाजा अब उनकी मंत्रालय वापसी की संभावना खत्म हो गई है.
जानिए राज्य में अब तक हुए चीफ सेक्रेटरी

अरुण कुमार 30 अक्टूबर 2000 से 31 जनवरी 2003

एसके मिश्रा 31 जनवरी 2003 से 30 जून 2004

एके विजयवर्गीय 01 जुलाई 2004 से 07 नवंबर 2005

आरपी बगई 7 नवंबर 2005 से 31 जनवरी 2007

शिवराज सिंह 31 जनवरी 2007 से 31 जुलाई 2008

पी. जाय उम्मेन 31 जुलाई 2008 से 07 फरवरी 2012

सुनील कुमार 07 फरवरी 2012 से 28 फरवरी 2014

विवेक ढांढ 28 फरवरी 2014 से 11 जनवरी 2018

अजय सिंह 11 जनवरी 2018 से 02 जनवरी 2019

सुनील कुजूर 02 जनवरी 2019 से 31 अक्टूबर 2019

आरपी मंडल 31 अक्टूबर 2019 से 30 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री ने सराहा आर पी मंडल का काम

पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्य़क्षता में सीएम हाउस में कैबिनेट बैठक रखी गई थी. वैसे तो इस बैठक को दिसंबर के पहले सप्ताह में बुलाए जाने का प्रस्ताव था, लेकिन सीएम सचिवालय के सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री चाहते थे कि आर पी मंडल की मौजूदगी में यह बैठक हो. मुख्यमंत्री की इच्छा के बाद कैबिनेट की बैठक 28 तारीख को रखी गई. इस बैठक में भूपेश कैबिनेट ने चीफ सेक्रेटरी को आधिकारिक विदाई दी. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि मंडल के मार्गदर्शन में राज्य ने विकास के अनेक महत्वपूर्ण सोपान तय किए हैं.

नए मुख्य सचिव अमिताभ जैन का प्रशासनिक सफ़र 

IAS अमिताभ जैन का जन्म छत्तीसगढ़ के दल्ली राजहरा में 21 जून 1965 को हुआ था। मध्यप्रदेश कैडर के अफसर मैकनिकल इंजीनियर से ग्रेजुएट हैं। अमिताभ जैन की पहली पोस्टिंग संयुक्त मध्यप्रदेश के जबलपुर में असिस्टेंट कलेक्टर लैंड-रेवेन्यू मजिस्ट्रेट के रूप में हुई थी। 1 जून 1990 से वो 1 अगस्त 1991 तक यहां रहे। उनकी दूसरी पोस्टिंग एसडीओ नीमच के रूप में 1 अगस्त 1991 से 1 जुलाई 1993 तक रही। वो उसके बाद वो सरगुजा में प्रोजेक्ट अफसर नियुक्त हुए। उसके बाद वो ग्वालियर में 1 मार्च 1994 से 1 जून 1996 से असिस्टेंट कलेक्टर रहे। बाद में वो ग्वालियर में 1 जून 1996 को सीईओ बनाये गये, जहां वो 1 फरवरी 1997 तक रहे। कलेक्टर के रूप में पहला जिला उन्हें रायगढ़ मिला, रायगढ़ में वो 1 फरवरी 1997 से 1 जून 2000 तक रहे। उसके बाद वो छतरपुर के कलेक्टर 1997 में बने, फिर होशंगाबाद के कलेक्टर बने, लेकिन 1 जून से 2000 से 31 अक्टूबर 2000 तक ही वहां वो रह पाये। रायपुर जिले के वो दो बार कलेक्टर रहे। रायपुर में उनकी पहली पोस्टिंग 1 नवंबर 2000 को हुई थी, उसके बाद वो 15 दिसंबर 2003 तक | यहां कलेक्टर रहे। रायपुर कलेक्टर से वो स्पेशल सिकरेट्री बनाये गये। 21 मार्च 2004 को फिर से रायपुर के कलेक्टर बनाये गये। हालांकि दूसरी पारी उनकी सिर्फ 21 मार्च 2004 से 15 मई 2005 तक की रही।

अमिताभ जैन स्पेशल सिकरेट्री पीडब्ल्यूडी, डायरेक्टर जनसंपर्क, ज्वाइंट सिकरेट्री इंडस्ट्री डेवलपमेंट कारपोरेशन, कमिश्नर जनसंपर्क, सिकरेट्री टेक्सटाइल व कमर्शियल टैक्स की जिम्मेदारी संभाली। 2006 में अमिताभ जैन सेंट्रल डिप्टेशन पर चले गये। जहां लंदन सहित कई जगहों फॉरन ट्रेड में बड़ी जिम्मेदारी संभाली। 2013 में वो वापस छत्तीसगढ़ लौटे और प्रिसपल सिकरेट्री पारलियामेंट्री अफेयर बनाये गये, उसके बाद उन्हें फारेस्ट का पीएस बनाया गया, फिर पीडब्ल्यूडी और जनसंपर्क के प्रिसिपल सिकरेट्री भी रहे। 2018 से एसीएस के रूप में प्रमोट हुए।

देखिये आदेश की कॉपी