रायपुर. कोरोना की तीसरी लहर और नया वेरिएंट लोगों को डरा रहा है. हर रोज रिकार्ड मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना से एहतियात बरतते हुए सरकार ने वैक्सीनेशन को भी गति दी है. एक्सपर्ट का मानना है कि नया वेरिएंट ओमीक्रॉन भी अगले कुछ दिनों में पीक पर आ सकता है. इस नए वेरिएंट को लेकर एक्सपर्ट दावा कर रहे हैं कि यह डेल्टा जितना खतरनाक नहीं हैं. वहीं लोगों के बीच कोरोना की जांच करवाने को लेकर भी कई प्रकार संदेह है. ऐसे में ICMR ने बताया है कि किन लोगों को कोरोना की जांच करवानी चाहिए और किन लोगों को नहीं करवानी चाहिए.

अगर ये लक्षण दिख रहा तो करवाएं टेस्ट

  • जिन लोगों को कफ, बुखार, खांसी, गले में खराश, मुंह में स्वाद न आना जैसी शिकायत हो उन्हें कोरोना की जांच करवानी चाहिए.
  • संक्रमित के संपर्क में आए 60 साल की उम्र के लोग और गंभीर बीमारी वाले लोगों को संक्रमित के संपर्क में आने पर कोरोना की जांच करवा लेनी चाहिए.
  • इसके अलावा यदि कोई विदेश यात्रा से वापस लौटा हो.
  • कोई विदेशी यात्री भारत में आया हो.
  • जिन्हें डॉक्टर्स ने सलाह दी हो.

इन लोगों को टेस्ट कराने की जरूरत नहीं

  • एसिम्टोमैटिक लोगों को कोरोना की जांच करवाना जरूरी नहीं है.
  • संक्रमितों के संपर्क में आए लोग जिन्हें अधिक जोखिम न हो.
  • जिन लोगों को होम आइसोलेशन से छुट्टी मिली हो.
  • ऐसे लोग जो कोविड-19 से ठीक होने पर डिस्चार्ज हुए हों.
  • घरेलू यात्रा करने वाले यात्रियों को कोरोना की जांच करवाने की कोई जरूरत नहीं है.

इसे भी पढ़ेंः इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने मैदान में मचाया तहलका, 72 गेंद में ठोक डाले 237 रन