पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. पिछले माह देवभोग के जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जच्चे-बच्चे की मौत का मामला सामने आया था, उसी संस्थान ने बीते 20 घंटे में 5 सुरक्षित प्रसव कराया. जिसके बाद बीएमओ ने मिठाई खिलाकर पुरस्कार भी बांटा.

बता दें कि, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवभोग में 20 घण्टे के भीतर 5 सुरक्षित प्रसव कराने का नया कीर्तिमान बनाया है. ये तब हुआ जब मई-जून माह में प्रसव के दरम्यान जच्चे-बच्चे मौत को लेकर संस्था पर कई सवाल उठने लगा था. बीएमओ डॉक्टर सुनील रेड्डी ने खुशखबरी की जानकारी देते हुए बताया कि, 10 जुलाई को कूम्हडाई कला से भर्ती हुई तीले बाई ने शाम 7.10 बजे बेटी को जन्म दिया. इस दिन दो प्रसव हुए.

वहीं 11 जुलाई को दोपहर 3.40 बजे तक हुए 3 प्रसव को मिलाकर 20 घंटे के अंतराल में 5 सुरक्षित प्रसव कराया गया. इस सफलता के लिए बीएमओ ने प्रसूता महिलाओं को साड़ी और बच्चों को बेबी किट भेंट किया. सफल संस्थागत प्रसव के लिए मितानिनों और ग्रामीण स्वास्थ्य सयोंजक के अलावा सफल प्रसव कराने वाले चिकित्सकीय टीम के डॉ प्रकाश साहू, स्टाफ नर्स समारिन कैवर्त, संगीता खलखो,अनिता साहू, आर सी वर्मा, महेंद्र सोमवंशी, अजय डडसेना और समस्त स्टाफ को मिठाई खिलाकर बधाई दिया.

समय रहते खामियों में सुधार

मौत के मामले के बाद सीएमएचओ केसी उराव ने मामले को ऑडिट कर सामने आई खामियों को दूर करने में तत्परता दिखाया. ड्यूटी रोस्टर, पंजी संधारण से लेकर प्रसूता को समय पर संस्था पहुंचाने वाले वाहनों की उपलब्धता को भी सुनिश्चित कराया. वहीं कलेक्टर आकाश छिकारा ने भी जननी सुरक्षा और महतारी जतन की मॉनिटरिंग की कमान खुद अपने हाथों में ले लिया है. प्रति सप्ताह उसकी समीक्षा और संस्थाओं का निरीक्षण खुद करने निकलते हैं. यही वजह है कि देवभोग के अस्पताल में आज सुखद परिणाम देखने को मिला.

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