नई दिल्ली- कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात पक्की हो गई. प्रदेश की 28 सीटों पर कांग्रेस 20 और जेडीएस 8 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. बड़ी बात ये है कि कांग्रेस ने अपनी जीती हुई टुमकुर सीट जेडीएस के लिए छोड़ दी है. वहीं बदले में जेडीएस ने भी अपने गढ़ मैसूर का दावा छोड़ दिया है.

कर्नाटक में सीटों को लेकर गठबंधन में कांग्रेस व जेडीएस के बीच खींचतान चल रही थी. जेडीएस 10 सीट मांग रही थी, जबकि कांग्रेस सिर्फ 6 सीट देना जा रही थी.

वहीं भाजपा प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसे 28 लोकसभा सीटों पर 22 सीटें जीतने का दावा कर रही है. 2014 के चुनाव में भाजपा ने 17 सीटें जीती थी. वहीं बाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी एक सीट हार गए थे. इस बार अधिक सीटें जीतने का दावा किया है. जेडीएस के हिस्से 2 सीटें आई थी.

बता दें कि कर्नाटक में बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा प्रदेश की सत्ता से बाहर है. कांग्रेस के समर्थन से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस सरकार चला रही है. उनके बेटे कुमारस्वामी प्रदेश के मुख्यामंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं.