रायपुर। विधानसभा में कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम ने आज एनीकट निर्माण घोटाले का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि डैम और एनीकट के निर्माण की जानकारी सरकार दे. इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी 2013 से 14 तक एक भी निर्माण कार्य स्वीकृत नहीं हुए हैं.
इधर कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया ने स्कूल भवन की खस्ता हालत का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में बैठने तक का भवन नहीं है, बच्चे एक टूटे कमरों में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं.
इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि 6 जगहों में ऐसा कहीं नहीं है, जहां से भवन बनाने की डिमांड आई हो. कांग्रेस विधायक ने ये भी कहा कि आप केवल 20-20 हजार राशि जारी किए हो. उन्होंने कहा कि कोसमी में बच्चे एक रूम में बैठते हैं, लोहारा में बैठने की व्यवस्था नहीं है.
मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि इसकी DO के माध्यम से परीक्षण कराऊंगा और अलग से व्यवस्था कराई जाएगी.
सिल्ट का मुद्दा उठा
प्रश्नकाल के दौरान विधायक धनेंद्र साहू ने राजिम कुंभ में मिट्टी और मुरम की वजह से जमा हुए सिल्ट का सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि महानदी में गहरे स्थान पर 2 से 3 मीटर मलबा जमा हो गया है. उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा गैरजिम्मेदारी की बात क्या हो सकती है कि मंत्री ने मलबा डाले जाने को लेकर स्वीकार नहीं किया. बाहर से सिल्ट आने की बात स्वीकार की. धनेंद्र साहू ने कहा कि मेले के आयोजन से पहले यहां सिल्ट का क्या लेवल था और आज क्या है.
इस पर जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हर साल 20 से 25 सेंटीमीटर मुरुम की सड़क बनाई जाती है, जो हर साल पानी में बह जाती है. कुछ लोग मुरुम को उठाकर भी ले जाते हैं.
धनेंद्र साहू ने सवाल किया कि क्या इसकी जांच कराई गई है या आई सर्वे के आधार पर जवाब दिया गया है. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब देते हुए कहा कि 2.71 मीटर एनीकट की ऊंचाई है. मुरुम की वजह से कोई सिल्ट जमा नहीं हो रही है.
धनेंद्र साहू ने कहा कि राजिम और नवापारा में बाढ़ का खतरा बढ़ा है. इस पर मंत्री ने कहा कि अगर सिल्ट जमा है, तो उसे हटवा देंगे. मंत्री बृजमोहन ने कहा कि मैं आपके साथ चलकर जो सिल्ट जमा है, उसे निकलवाने का काम करूंगा.
विधायक सत्यनारायण शर्मा के सवाल पर मंत्री केदार कश्यप ने दिया जवाब
प्रश्नकाल के दौरान विधायक सत्यनारायण शर्मा ने पूछा कि आरएमएसए योजना के तहत संचालित स्कूलों में सफाईकर्मी, लिपिक, भृत्य की कमी है. इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि लिपिकीय कार्य शिक्षक कर रहे हैं, अंशकालिक सफाई कर्मी की व्यवस्था की जा रही है.
सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि बच्चे सफाई करने को मजबूर हैं. कम से कम एक सफाईकर्मी की व्यवस्था करनी चाहिए. मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पद नहीं थे, ये टैब के स्कूल हैं, हमारी सरकार पदों को भरने का काम कर रही है.