रायपुर. राजधानी में स्पंज आयरन के दो बड़े कारोबारी के यहां आईटी की कार्रवाई 11 सितंबर से चल रही थी. आयकर विभाग ने राजेश अग्रवाल और अनिल नाचरानी के घर सहित कार्यालयों में अधिकारियों ने दबिश दे रखी थी. लगातार 3 दिन तक चली इस कार्रवाई में दोनों कारोबारियों के यहां से 42 लाख कैश और 98 लाख की ज्वैलरी बरामद की गई है. बैंकों में 15 लाकर मिले है, कारोबारी राजेश अग्रवाल ने 100 करोड़ का अघोषित आय सरेंडर किया है. 150 से अधिक आईटी अधिकारी और 100 से अधिक पुलिसकर्मी इस कार्रवाई में शामिल थे. दोनों कारोबारियों से बड़ी मात्रा में बेनामी प्रॉपर्टी की जानकारी मिली है. इनमें से अनिल नचरानी के पास से ज्यादा बेनामी संपत्ति बरामद हुई है.

रकम सरेंडर पर आयकर अफसरों ने बताया कि टैक्स चोरी की कन्फर्म जानकारी थी कि कितने की टैक्स चोरी की गई है. जिसके बाद राजेश अग्रवाल ने स्वीकार करते हुए 100 करोड़ रुपए सरेंडर किये है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बाहर भी कार्रवाई की गई, लेकिन वहां नहीं मिला है. सिर्फ 15 बैंक लॉकर्स मिले है. जिसे खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी.

अफसरों के मुताबिक राजेश अग्रवाल ने माना है कि उन्होंने उतने का टैक्स पे नहीं किया है. प्रॉपर्टी के भी कागजात मिले है नचरानी ने अभी कोई पैसा सरेंडर नहीं किया है. बड़े कारोबारियों पर नजर रखे हुए है.

आयकर विभाग ने रायपुर के सिविल लाइन, जलविहार कॉलोनी,  ACB दफ्तर के सामने नाचरानी गली, अवंति विहार के सृष्टि प्लाजा, VIP इस्टेट के अशोका रत्न स्थित मकान और फ्लैट्स समता, चौबे कॉलोनी स्थित पार्टनरों के घरों के अलावा उरला, सिलतरा, गोंदवारा स्थित 5 फैक्ट्रियों और बिलासपुर, दिल्ली कलकत्ता स्थित आफिसों में छापा मारा था. जहां विभाग द्वारा जांच की जा रही है. आगे की जांच में और भी खुलासे सामने आ सकते है.