खाना खाने से पहले हाथ धोना, सोने से पहले कपड़े बदलना, कुछ मीठा खाने के बाद ब्रश करना, हमेशा धुले हुए कपड़े पहनना. ये सब वो छोटी छोटी आदते हैं जो बच्चों को बचपन से सिखाना बहुत जरुरी है. पर्सनल हाइजीन से जुड़ी ये आदतें बच्चों में डालना पेरेंट्स की जिम्मेदारी होती है. क्योंकि बच्चे खुद की हाइजीन का ध्यान रखेंगें तो बार बार बीमार भी नहीं होंगे. आज हम आपको कुछ ऐसे ही पर्सनल हाइजीन से जुड़ी बातों के बारे में बताएंगे, जो आप बच्चों को बचपन से सीखाएं.

हाथ साफ करना

किसी भी बैक्‍टीरिया को हमारे शरीर के अंदर पहुंचने का सबसे आसान रास्‍ता होता है हमारे हाथ. ऐसे में बच्‍चों को कम उम्र से ही हाथ साफ रखना सीखना बहुत जरूरी है. उन्‍हें यह आदत सिखाएं कि वे टॉयलेट से आने के बाद, खेलने के बाद, जानवरों को छूने क बाद, बीमार इंसान से मिलने के बाद, खाने से पहले और बाहर से घर आने के बाद अच्‍छी तरह साबुन से हाथ साफ करें. Read More – CG में विदेश से लाया दुल्हनिया : युवक ने फिलीपींस की लड़की से रचाई शादी, एक ही कंपनी में काम करते हुआ था प्यार …

शरीर को साफ रखना

बच्‍चों को रोज नहाने की आदत डालें. कई बार बच्चे ठंड में 2-3 दिन नहीं नहाते,और फिर धीरे धीरे ये उनकी आदत में शामिल हो जाता है. इसलिके बच्चों में रोज नहाने की आदत डलवाएं. नहाने के दौरान उन्‍हें बतायें कि शरीर को साफ रखना क्‍यों जरूरी है. उन्‍हें अपने पैरों, बालों, प्राईवेट पार्ट की क्‍लीनिंग भी सिखाएं.

नाखूनों की सफाई

बच्‍चों के नाखूनों को समय समय पर ट्रिम करते रहें और उन्‍हें नाखून छोटे रखने की आदत डालें. इससे खेलते वक्‍त उनके नाखूनों में गंदगी या बैक्‍टेरिया नहीं जमेंगे. हफ्ते में एक दिन उन्‍हें नाखून कटाने की आदत डालें.

छींक से जुड़ी हाइजीन

बच्‍चों को सिखाएं कि छींक आने पर अपने मुंह को रुमाल, टीशू पेपर से ढ़कना जरूरी है. साथ ही ये भी बताएं कि जब भी आप किसी के साथ बैठे हैं आपको छींक आये तो हमेशा मुँह में रुमाल रखें.

घर साफ रखना

बच्चों को अपने घर की सफाई करना और घर को साफ सुथरा रखने की भी आदत डालना जरूरी है. मसलन, डस्टिंग करना, अपने डेस्‍क को क्‍लीन रखना, जूते चप्‍पल को व्‍यवस्थित रखना, किताबें या खिलौनों को सही जगह पर रखना आदि. बचपन से ही बच्चों को सिखाई गई ये आदत बड़े होने पर उनके अच्छे व्यवहार में गिनी जाती है. Read More – देश की पहली इलेक्ट्रिक कार पेश, जानें एक किलोमीटर पर कितना खर्च आएगा …

खाने की सफाई

बच्‍चों को फल सब्जियां धोकर रखने या खाने की आदत डालें. उन्‍हें सिखाएं कि अगर वे फल खाएं तो पहले उन्‍हें साफ जरूर कर लें. यह भी सिखाएं कि किन चीजों को धोना चाहिए और किनको नहीं.

साफ कपड़े पहनना

बच्‍चों को साफ धुले हुए कपड़े पहनने की आदत डालें. कई बच्‍चे अपने फेवरेट ड्रेस को बार बार पहनते रहते हैं और उन्‍हें धोते नहीं है और फिर बडे होने के बाद भी उनमें ये आदत शुमार रहती है और वे बिना धोए बार बार उसी कपड़े को पहन लेते हैं, जो कि एक बहुत गंदी आदत है.

स्‍लीपिंग हाइजीन

सोने से पहले पैर, हाथ, चेहरा अच्‍छी तरह से धोकर या नहाकर साफ कपड़े पहनकर सोने की आदत डालें. बच्चों को साफ बिस्‍तर पर सोने की भी आदत डालें. बढ़ती उम्र के साथ उन्‍हें अपने बेड को क्‍लीन करना भी सिखाएं और सिखाएं की जब भी सुबह सोकर उठें. तो अपना अपना बिस्तर अच्छे से जमाएं और चादर, कंबल अच्छे से घड़ी करके रखें.

ओरल हाइजीन

3 से 4 साल की उम्र से बच्‍चों को खुद सही तरीके से दांत साफ करना जरूर सिखा दें. इसके अलावा, कुछ भी खाने के बाद कुल्‍ला करना और दांत को क्‍लीन रखने की आदत उन्‍हें कैविटी से बचाएगी. बच्चों को रात में सोने से पहले भी ब्रश करने की आदत डलवाएं.

टॉयलेट हाइजीन

बच्‍चों को कम उम्र से ही साफ टॉयलेट यूज करना सिखाएं. यह भी सिखाना जरूरी है कि किस तरह वे टॉयलेट को साफ रख सकते हैं. उन्‍हें साफ तरीके से टॉयलेट यूज करना सिखाएं जिससे टॉयलेट सीट गंदा ना हो. टॉयलेट करने के बाद खुद की सफाई करना भी जल्‍द से जल्‍द उन्‍हें सिखा दें.