बिलासपुर। 15 अगस्त को हमारी आज़ादी के 70 साल पूरे हो जाएंगे. 15 अगस्त 1947 को भारत आज़ाद हुआ लेकिन इस कालखंड में कई देशों को गुलामी की बेड़ियों से आज़ादी मिली. 1940 -1960 के बीच दुनिया के लगभग 40  देश स्वतंत्र हुए. जिनमे से प्रमुख हैं – भारत , पाकिस्तान , बर्मा, कम्बोडिया, मलेशिया, माली , मारीशस , कांगो, लाओस, लीबिया, मेडागास्कर, मोरक्को, नाइजीरिअ , सोमालिया, सूडान, बेलारूस, जॉर्डन, कोरिया , लेबनान, वियतनाम आदि.

लेकिन इन देशों में प्रजातंत्र की स्थिति जिन देशों में सबसे अच्छी उनमें भारत एक है. देशों में प्रजातंत्र की स्थिति पर  तैयार किये जाने वाले ‘ प्रजातंत्र  इंडेक्स 2016 ‘ की रिपोर्ट के अनुसार 10 पॉइंट की इस स्केल में भारत(7.81) अंको के साथ ,अपने साथ स्वतंत्र हुए देशों में मात्र ऑस्ट्रिया(8.41) और मारीशस ( 8.41 )  से पीछे है.  इस रिपोर्ट में वर्तमान में कुल 167 देशों को शामिल   किया गया  है. 8-10 अंक वाले देशों को ‘पूर्ण प्रजातंत्रीय’ देशों की श्रेणी में रखा गया है।

ऐसे देशों की संख्या 19 है , 6 -7.99 अंक वाले देशों को ‘त्रुटिपूर्ण प्रजातन्त्रो ‘ की श्रेणी में रखा गया है इसमें कुल 57 देश हैं और भारत  भी है.  विश्व के 51 देशों में अभी भी तानाशाही है.और 40 देश अभी हाइब्रिड प्रजातंत्र  के स्तर  पर हैं.
अपने साथ स्वतंत्र हुए देशो की अपेक्षा हम अपने प्रजातंत्र को अधिक मजबूती के साथ अपनाये रखने में कामयाब हुए हैं.  इस स्वतंत्रता दिवस पर यह खुश होने का एक बड़ा कारण है. इसका श्रेय है ‘हिन्द की जनता’ को !  एक चौथाई से ज्यादा निरक्षर और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले देश में जनता वोट का महत्व जानती है.

  • लेखक- प्रोफेसर अनुपमा सक्सेना, डीन, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय