Sports News. भारतीय टीम पिछले चार वर्षों से नंबर-4 पर भरोसेमंद बल्लेबाज की तलाश कर रहा है. युवराज सिंह और सुरेश रैना के जाने के बाद से यह पोजिशन टीम इंडिया के लिए सिरदर्द बना हुआ है. यह 2019 में इंग्लैंड में खेले गए वनडे विश्व कप (ODI World Cup) में टीम इंडिया की सेमीफाइनल में हार की मुख्य कारणों में से एक रहा था. उस समय टीम मैनेजमेंट ने अंबाती रायडू पर हरफनमौला विजय शंकर और विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को तरजीह दी गई थी जो अपेक्षाओं के अनुरूप प्रदर्शन में असफल रहे थे.

वनडे विश्व कप 2023 (ODI World Cup 2023) की मेजबानी भारत कर रहा है. ऐसे में क्रिकेट प्रशंसक अपनी टीम को घरेलू सरजमीं पर चैंपियन बनते हुए देखना चाहती है. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया इस दिशा में आगे बढ़ भी रही है. लेकिन नंबर-4 पर बल्लेबाजी की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन अक्टूबर-नवंबर में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट से पहले एक रियलिटी चेक था. अगर टीम नंबर-4 पर बल्लेबाजी की पहेली को जल्द नहीं सुलझाती है तो विश्व कप में उसे मजबूत टीमों के सामने मुश्किलें आ सकती है.

बता दें कि, वनडे विश्व कप 2019 (ODI World Cup 2019) के बाद से भारत ने इस नंबर पर कई खिलाड़ियों को आजमा चुका है, लेकिन श्रेयस अय्यर को छोड़ सभी ने निराश किया है. अय्यर ने नंबर-4 पर 20 पारियों में 47.35 की औसत से 805 रन बनाए हैं. इस बीच उन्होंने दो शतकीय और पांच अर्धशतकीय पारियां खेली हैं. फिलहाल वह चोटिल हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज में नहीं खेल पाए थे. बीसीसीआई और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) ने उन्हें पीठ की चोट के लिए सर्जरी करवाने को कहा है लेकिन दाएं हाथ का यह बल्लेबाज अभी आराम करना चाहता है.

टी20 अंतर्राष्ट्रीय (T20 International) में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए फैंस को रोमांचित करने वाले सूर्यकुमार यादव वनडे में अब तक अपनी योग्यता साबित नहीं कर पाए हैं. नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने अब तक पांच पारियों में 6.00 की औसत से महज 30 रन बनाए हैं. विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन से भी टीम मैनेजमेंट को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह नंबर-4 के विकल्प के तौर पर सफल नहीं हो पाए हैं. उन्होंने छह पारियों में 21.20 की औसत से सिर्फ 106 रन बनाए हैं.

मनीष पांडे का टीम में वापसी होना मुश्किल दिख रहा है. 2019 के बाद से उन्हें भी नंबर-4 के पोजिशन पर आजमाया गया लेकिन वह तीन पारियों में 24.66 की औसत से केवल 74 रन बना पाए. श्रेयस के बाद प्रबल दावेदारों में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का नाम सबसे ऊपर आता है लेकिन कार एक्सीडेंट के कारण उनका आगामी विश्व कप में खेलना मुश्किल दिख रहा है. उन्होंने नंबर-4 पर नौ पारियों में 42.50 की औसत से 340 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं.

खराब फॉर्म से जूझने के बावजूद कोच राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल को लगातार मौका दे रहे हैं. 2019 वनडे विश्व कप के बाद से अब तक नंबर-4 पर उन्होंने तीन पारियों में 63.00 की बल्लेबाजी औसत से 189 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्धशतक निकला है.