नई दिल्ली। कोरोना के दंश से आज भी दुनिया के तमाम देशों की अर्थव्यवस्था उबर नहीं पाई है, तो वहीं दूसरी ओर भारत की अर्थव्यवस्था कुचांले मार रही है. आलम यह है कि अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वर्ष 2024 में भारत की आर्थिक विकास दर 6.8 रहने की संभावना जताई है, जबकि इसके पहले मूडीज ने 6.1 प्रतिशत विकास दर का अनुमान जताया था. इसे भी पढ़ें: Breaking News: GST की टीम ने रायपुर रेलवे स्टेशन में मारा छापा, जांच जारी… क्या श्री राधास्वामी कारगो की होगी जांच ?

प्रमुख रेटिंग एजेंसी मूडीज ने स्वीकार किया है कि भारतीय आर्थिकी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रही है. इस आधार पर भारत की विकास दर दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक संपन्न देशों के संगठन जी-20 में सबसे ज्यादा रहने की संभावना भी जताई है. मूडीज की यह रिपोर्ट भारत सरकार की तरफ से जारी आर्थिक अनुमानों के एक हफ्ते के भीतर आई है. बड़ी बात यह है कि हाल के वर्षों में इस रेटिंग एजेंसी ने किसी अन्य देश की विकास दर के अनुमान में ऊपर की तरफ इतना ज्यादा संशोधन नहीं किया है.

इसे भी पढ़ें : ED ACTION : प्रवर्तन निदेशालय ने डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट की 15 अचल संपत्तियों को किया सीज

जी-20 की विकास दर को लगा धक्का

बात करें G-20 के देशों के समग्र आर्थिक विकास की बात करें तो वर्ष 2024 में इसकी दर 2.4 प्रतिशत और वर्ष 2025 में 2.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. जबकि वर्ष 2023 में इन देशों की समग्र विकास दर 2.9 प्रतिशत थी. इस समूह के तीन देश ब्रिटेन, जापान और जर्मनी की विकास दर वर्ष 2024 में काफी नीचे आ चुकी है.

इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में है दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, हर साल बढ़ रहा आकर

चीनी अर्थव्यवस्था भी घसीटने को मजबूर

वर्ष 2023 की शुरुआत में भारत और चीन को सबसे तेज गति से बढ़ती हुई इकोनॉमी के तौर पर चिन्हित किया गया था, लेकिन चीन ने उम्मीद से कमतर प्रदर्शन किया है, जबकि भारत की स्थिति उम्मीद से बेहतर रही है. भारत के बारे में पहले कहा गया था कि इसकी विकास दर वर्ष 2023 में 6.4 प्रतिशत रहेगी, लेकिन असलियत में यह 7.7 प्रतिशत रही थी.