बिलासपुर. पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी (PSSOU) में नॉन टीचिंग पदों के लिए 26 और 27 अप्रैल को होने वाला इंटरव्यू स्थगित हो गया है. साथ ही 27 अप्रैल को होने वाली कार्य परिषद की बैठक भी स्थगित कर दी गई है, इस बैठक में नॉन टीचिंग पदों के लिए नियुक्ति का लिफाफा खुलने की संभावना थी. उधर विवि के कुलपति प्रो. बंश गोपाल सिंह मेडिकल लीव पर चले गए हैं. भर्ती प्रक्रिया विवादों में घिर गई थी, शायद इसीलिए इसे रोका गया है.

दरअसल, पं सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी में स्ववित्तीय योजना अंतर्गत 7 पदों पर सीधी भर्ती प्रक्रिया तहत विज्ञापन निकाला गया था. इसमें सिस्टम एनालिस्ट, जनसंपर्क अधिकारी, छात्र कल्याण अधिकारी, सहायक छात्र कल्याण अधिकारी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक के तीन पद शामिल हैं. इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया के बाद अभिक्षमता परीक्षा हुई थी और उसके बाद 24 अप्रैल से इंटरव्यू शुरू हुआ था, एक दिन ही इंटरव्यू हो पाया, और आगे की इंटरव्यू स्थगित करना पड़ा.

बीते सोमवार को सिस्टम एनालिस्ट और कंप्यूटर प्रोग्रामर पद के लिए 15-15 उम्मीदवारों को बुलाकर इंटरव्यू लिया गया था. अब 26 व 27 अप्रैल को छात्र कल्याण अधिष्ठाता, सहायक छात्र कल्याण अधिष्ठाता और जनसंपर्क अधिकारी पद के लिए इंटरव्यू रखा गया था, लेकिन अचानक 26 और 27 अप्रैल को होने वाले इंटरव्यू और 27 अप्रैल को यूनिवर्सिटी में कार्य परिषद की बैठक स्थगित कर दी. विवि के कुलपति प्रो. बंश गोपाल सिंह स्वास्थ्यगत कारणों से कार्य परिषद की बैठक स्थगित कर मेडिकल लीव पर चले गए. इस तरह से चलती भर्ती प्रक्रिया के बीच इंटरव्यू और कार्यपरिषद की बैठक स्थगित करने को लेकर कहा जा रहा है, कि भर्ती प्रक्रिया को लेकर शिकायतें की गई थी, इसके बाद कुलपति ने इसे स्थगित किया है.

विवादों से घिरी भर्ती प्रक्रिया

ओपन यूनिवर्सिटी नॉन टीचिंग के इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया विवादों में घिर गई है. यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित अभिक्षमता परीक्षा का रिजल्ट सार्वजनिक नहीं किया गया और इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को ही इंटरव्यू में आने की सूचना दी गई है, बाकी उम्मीदवारों को उनके रिजल्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया को उम्मीदवारों द्वारा दोषपूर्ण बताया जा रहा था. इतना ही नहीं अभिक्षमता परीक्षा के लिए यूनिवर्सिटी ने सिलेबस भी जारी नहीं किया था. जिसकी वजह से भर्ती प्रक्रिया को लेकर शिकायत हुई थी.