हेमंत शर्मा, रायपुर. छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आज हजारों अनियमित कर्मचारियों ने बूढ़ातालाब में धरना दिया. महासंघ ने 5 हजार कर्मचारियों की छंटनी का अहिंसात्मक तरीके से विरोध जताया. और धरना स्थल से सप्रे शाला मैदान तक पदयात्रा निकाली. कर्मचारी महासंघ ने सभी कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की.

राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले आंदोलन के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता मंच पर नियमित करने का वादा किया था. लेकिन नियमित नहीं किया. बल्कि छंटनी की जा रही है. इसके विरोध में कर्मचारी उतर गए हैं. अब उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. अगर 15 दिन में मांगों के संबंध में कोई ठोस पहल नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.

सयुंक्त प्रगतिशील मोर्चा के मार्गदर्शक अनिल देवांगन ने कहा कि 1 लाख 80 हजार कर्मचारियों में से लगभग 5 हजार कर्मचारियों को सेवा से पृथक कर दिया गया है. शासन से चर्चा के बाद भी इस पर कोई रोक नहीं लगाई गई. निरंतर कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है. इसके विरोध में एक शांतिपूर्वक रैली हमने निकाली है. गांधीवादी विचारधारा से हम सभी प्रेरित हैं. 15 दिन में सरकार अगर ठोस निर्णय नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे.