छुरा। आईएसबीएम यूनिवर्सिटी में तीसरा वार्षिकोत्सव आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत गरियाबंद के सीईओ विनय कुमार लांघे एवं विशेष अतिथि डॉ.. एकता लांघे एवं जितेन्द्र नाहर थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विनय अग्रवाल ने की.

मुख्य अतिथि विनय कुमार लांघे ने अपने वक्तव्य में कहा कि छात्र जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है. उन्होंने प्राध्यापकों से आह्वान किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी हुई प्रतिभाओं को गांव तक सीमित ना रखते हुये इसे देश के सामने लाएं और इसके लिए उनका मार्गदर्शन करें. विशेष अतिथि डॉ. एकता लांघे ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जागते हुए सपने देखें एवं उन्हें साकार करने हेतु परिश्रम करने की प्रेरणा दी. डॉ. विनय अग्रवाल ने विश्वविद्यालय की स्थापना एवं उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला.

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अगली कड़ी में सोलो और ग्रुप डांस, फैशन शो, गायन, नाटक, वाद्ययंत्र इत्यादि विभिन्न विधाओं की प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आंचलिक गीत भोली सुरतिया पर मनीषा साहू एवं समूह द्वारा दी गई प्रस्तुति को दर्शकों की भरपूर सराहना मिली साथ ही कई नये फिल्मी गीतों, छत्तीसगढ़ी गीतों एवं अन्य राज्यों के लोक गीतों तथा नृत्य मेें अध्येताओं ने धमाकेदार प्रस्तुति दी. फैशन डिजाईनिंग के विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन किए गए परिधानों को पहन कर माडलों ने रैम्प वाॅक भी किया.

विश्वविद्यालय में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण विनय कुमार लांघे एवं विशेष अतिथि डॉ. एकता लांघे द्वारा किया गया. इस अवसर पर आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आईटी को सर्वश्रेष्ठ स्कूल एवं स्कूल ऑफ आर्ट्स एवं स्कूल ऑफ साइंस को संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ. आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. बारादा प्रसाद भोल ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा देश-विदेश में प्राप्त उपलब्धियों एवं प्रस्तुत रिसर्च पेपर्स पर प्रकाश डाला.

यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. एन कुमार स्वामी सहित विश्वविद्यालय के स्टाफ एवं बड़ी संख्या में पालकों ने रंगारंग कार्यक्रमों का भरपूर आनंद उठाया. मंच संचालन डॉ. भूपेन्द्र साहू तथा अध्येताओं में रिचा श्रीवास्तव, फनिस पटेल एवं उनके सहयागियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहायक प्राध्यापक उत्तमा शर्मा, विमला सोना, सृष्टि चंद्राकर, शिल्पा वर्मा की सक्रिय सहभागिता रही.