अजय शर्मा, भोपाल। जयस (JAYS) नेता और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा (Jais leader Hiralal Alava) ने व्यापम व्हिसल ब्‍लोअर आनंद राय (Vyapam whistle blower Anand Rai) पर आदिवासियों को प्रताड़ित करने का संगीन आरोप लगाया है। अपने आरोप को पुख्ता करने करने के लिए जयस नेता हीरालाल अलावा ने राय के साथ काम करने वाले आदिवासी कर्मचारियों के व्हाट्सएप (Whatsapp) स्क्रीनशॉट भी वायरल किया है। अलवा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग राज्य सरकार से की है।

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जयस नेता हीरालाल अलावा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा कि- व्यापम व्हिसल ब्‍लोअर डॉक्टर आनंद राय द्वारा आदिवासियों को टॉर्चर करने वाली शोसल मीडिया पर वायरल हो रही है। राय अपने सुरक्षाकर्मियों-ड्राइवर को प्रताड़ित कर रहे हैं। प्रताड़ना से तंग आकर ड्राइवर ने आत्महत्या करने की धमकी तक दी है।

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राय के साथ काम करने वाले आदिवासी कर्मचारियों के व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि सोशल मीडिया पर यह दो स्क्रीनशॉट वायरल हो रही है। इसकी सत्यता की जाँच होनी चाहिए। क्योंकि इसमें एक डॉ आनंद राय का PSO सुरसिंह सिसोदिया का है जो आदिवासी समाज से संबन्ध रखता है। दूसरा बिलाम मंडलोई का है जो राय का पूर्वनिजी ड्राइवर है। दोनों ने आंनद राय के ऊपर प्रताड़ना के आरोप लगाए है। जिसमें pso सुर सिंह सिसोदिया ने राय की प्रताड़ना से पीड़ित होकर आत्म हत्या तक की धमकी दी है। खुद स्क्रीनशॉट उसने सभी पुलिस विभाग के अधिकारियों को भेजी है। इसके बावजूद pso सुर सिंह सिसोदिया को आनंद राय की सुरक्षा से हटाया नहीं गया है। क्या मध्यप्रदेश सरकार उस पीड़ित आदिवासी pso की आत्महत्या का इन्तजार कर रही है? यह एक गंभीर विषय है। इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, जिससे सच्चाई जनता के सामने आ सके।

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पेपर लीक मामले में हो चुके है गिरफ्तार

बता दें कि मध्‍यप्रदेश के बेहद चर्चित व्‍यापम घोटाले (Vyapam Scam) के पेपर लीक मामले में व्हिसल ब्‍लोअर डॉ. आनंद राय (Dr. Anand Rai) को मध्‍य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) की क्राइम ब्रांच ने दिल्‍ली से गिरफ्तार किया था। दरअसल मध्‍यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का एक स्‍क्रीन शॉट वायरल हुआ था, जिसमें लक्ष्‍मण सिंह का नाम दिख रहा था। इसी स्‍क्रीन शॉट को सोशल मीडिया पर डॉ. आनंद राय और कांग्रेस के नेता केके मिश्रा ने पोस्‍ट किया था। इसके बाद मुख्‍यमंत्री कार्यालय में ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने 25 मार्च 2022 को राय के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी और बाद में पूरा मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने राय को गिरफ्तार किया था।

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