जालंधर. पंजाब कांग्रेस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जालंधर के कांग्रेस लीगल सेल के जिला प्रधान एडवोकेट गुरजीत सिंह काहलों ने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे की वजह बने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह पर दिया विवादास्पद बयान।

गुरजीत सिंह काहलों ने कहा, “राजा वड़िंग की बयानबाजी से मुझे और पूरे दलित समाज को गहरा दुख पहुंचा है। उनके इस तरह के बयान तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर दिए जा रहे है।”

दलित समाज के लिए खुला ऑफर

इस्तीफा देते हुए काहलों ने ऐलान किया: “अगर दलित भाईचारा मुझे कहेगा तो मैं राजा वड़िंग के खिलाफ मानहानि का मुकदमा बिना एक रुपया फीस लिए लड़ूंगा।”

आप को फायदा पहुंचाने का आरोप

काहलों ने सनसनीखेज दावा किया: “तरनतारन उपचुनाव से ठीक पहले बूटा सिंह वाला बयान देकर वड़िंग क्षेत्र के लोगों को कांग्रेस से नाराज कर रहे है। पंजाब सरकार ने FIR दर्ज की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।