दिल्ली. मेगुमी नाम की लड़की के माता-पिता जब एक-दूसरे से अलग हुए तब वह काफी छोटी थी. आपसी विवाद के कारण उसके पिता मेगुमी को छोड़कर चले गए थे. मेगुमी की मां ने एक शख्स को किराए का पति बना लिया ताकि उसकी बेटी को यह अहसास न हो कि उसके पिता नहीं हैं.

बेटी जब भी कभी अपने असली पिता के बारे में पूछती तो उसकी मां (असाको) बताती कि उसके पिता घर छोड़कर जा चले गए थे और इसके लिए वह खुद को कोसती लेकिन महिला की बेटी मेगुमी जब 10 साल की हुई तो एकदम से उसका व्यवहार बदला. उसने घर के लोगों से बातचीत करना बंद कर दिया. इस पर उसकी मां ने इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसे स्कूल में बच्चे इस बारे में चिढ़ाते हैँ कि उसके पिता का पता नहीं है.

इस कारण से बच्ची ने स्कूल जाना भी बंद कर दिया था. इस पर महिला बहुत परेशान हुई और ऐसे शख्स की तलाश करने लगी जो उसकी बेटी के पिता का रोल कर सके. इसी खोजबीन के दौरान उसको पता चला कि एक ऐसी एजेंसी है जो किराए के रिश्तों की सेवा देती है.

महिला ने एजेंसी के अधिकारियों से बात किया उसे कई लोगों से मिलवाया गया जो उसकी बेटी के पिता की भूमिका अदा कर सके. इसके बाद महिला असाको ने एक शख्स को चुना जो काफी दयालु और बात करने में विनम्र था. इसके बाद असाको ने उस शख्स को बेटी का पिता बनने के लिए उसे किराए पर ले लिया. महिला जब उस शख्स के साथ अपने घर पहुंची और बेटी को बताया कि यह आदमी उसका पिता है तो वह फूली नहीं समाई.

हालांकि जापान में यह सेवा काफी महंगी है. लोगों को किराए के रिश्ते खरीदने के लिए काफी ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं. वहीं ऐसा काम करने वाले  शख्स का कहना है कि यह एक बहुत मुश्किल काम है क्योंकि लोग भावनात्मक रूप से लंबे समय के लिए जुड़ जाते हैं. इस बात को काफी आगे तक एक राज बनाकर रखना होता है. यदि बच्चों को पता चल जाए कि वह उनका असली पिता नहीं है तो उन्हें सदमा लगेगा.