प्रीत शर्मा, मंदसौर। मंदसौर जिले के झलारा गांव की आधी आबादी करीब डेढ़ माह से पीने के पानी की समस्या से जूझ रहा है. जिसको लेकर गुरुवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत का घेराव किया और पंचायत पर जल वितरण में भेदभाव का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने पंचायत भवन के बाहर 3 घंटे तक पानी के खाली बर्तन रखकर धरना प्रदर्शन किया.

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दरअसल जिले के झलारा गांव की आधी आबादी करीब डेढ़ माह से पानी की किल्लतों का सामना कर रहा है. जब लंबे समय से चली आ रही इस समस्या का ग्राम पंचायत कोई समाधान नहीं कर पाई तो, गुरुवार को ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत का घेराव किया. ग्रामीणों ने पंचायत भवन के बाहर 3 घंटे तक पानी के खाली बर्तन रखकर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही ग्राम पंचायत पर जल वितरण में भेदभाव का आरोप लगाया है.

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ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कुछ हिस्से में रोजाना नल आते हैं, लेकिन आधे गांव में नल व्यवस्था ठप पड़ी हुई है. ऐसे में उन्हें लंबी दूरी तय कर पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है. ग्रामीणों के अनुसार वे कई बार स्थानीय सरपंच और सचिव को इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं. बावजूद इसके अब तक कोई समाधान नहीं किया गया, तो मजबूरन उन्हें पंचायत के बाहर प्रदर्शन करना पड़ा.

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ग्रामीणों के प्रदर्शन के दौरान कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. लेकिन जब मीडिया के पहुंचने की जानकारी सचिव को लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा. बताया जा रहा है कि यह गांव जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा गोद लिया गया है. यह जल वितरण में प्रदेश में तीसरे नम्बर पर आता है. फिर भी यहां डेढ़ माह से आधे गांव में पानी की सप्लाई बाधित होना और ऊपर से उस पर किसी के द्वारा ध्यान नहीं देना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है.

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