संतोष गुप्ता,जशपुर. विधानसभा चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ताओं का यू टर्न लेने का क्रम शुरु हो गया. 11 अक्टूबर को जोगी कांग्रेस नेता कृपा शंकर भगत ने पार्टी की नीतियों से खफा होकर, भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. जोगी कांग्रेस पार्टी से स्तीफा देने के बाद लगभग सौ समर्थकों के साथ जिला भाजपा कार्यालय पहुंचकर केन्द्रीय मंत्री विष्णु देव साय, राज्य सभा सांसद रण विजय प्रताप सिंह जूदेव एवं जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश सिन्हा के समक्ष भाजपा का दामन थाम लिया.

भगत के साथ ही जशपुर जनपद के उपाध्यक्ष सुरेश तिर्की ने भी भाजपा ज्वाइन किया है. सुरेश तिर्की पूर्व में कांग्रेस के कट्टर समर्थक रहे हैं. जिला भाजपा कार्यालय में विष्णु देव साय ने कृपा शंकर भगत को फूल-माला से स्वागत कर भाजपा में शामिल किया. कृपा शंकर भगत काफी लंबे समय से बसपा में थे. लगभग एक साल पहले बसपा को छोड़कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में शामिल हुए थे.

अभी कुछ दिन पहले ही बसपा एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में गठबंधन होने के बाद छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा सीट का बंटवारा जोगी एवं मायावती के बीच हुआ जिसमें 55 सीट जोगी के हिस्से में आया वहीं 35 सीट मायावती के हिस्से में आया. 35 सीट के बंटवारें में जशपुर जिले के कुनकुरी व जशपुर विधानसभा मायावती के हिस्से में आया. इस सीट पर अब बसपा के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे.

जिसकी वजह से कृपा शंकर भगत का पत्ता साफ हो गया था. जोगी कांग्रेस में शामिल होने के बाद अजित जोगी ने कृपा शंकर भगत को विधानसभा जशपुर का प्रत्याशी दिया था. जिसके बाद से ही कृपा शंकर भगत चुनाव जीतने के लिये धुअंधार प्रचार-प्रसार कर रहे थे. जोगी और मायावती में सीट के बंटवारे के बाद जषपुर विधानसभा बसपा के हिस्से में आने की वजह से कृपा शंकर भगत ने जोगी कांग्रेस से स्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है. भाजपा का दामन थामने के बाद भी कृपा शंकर भगत को यहां भाजपा से टिकट मिलना मुमकिन नहीं है.

विश्व की सबसे पाटी बड़ी पार्टी

जिला भाजपा कार्यालय में केन्द्रीय मंत्री विष्णु देव साय एवं राज्यसभा संसद रण विजय प्रताप सिंह जूदेव के समक्ष भाजपा ज्वाईन करने के बाद कृपा शंकर भगत ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे पाटी बड़ी पार्टी है. भाजपा की रिती-नीति से प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा का दामन थामा है. उन्होंने यह भी कहा कि जोगी कांग्रेस के द्वारा उन्हे जशपुर विधानसभा का प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन गठबंधन के बाद जषपुर विधानसभा सीट बसपा के हिस्से में आ गया जिसकी वजह से भी उन्होंने जोगी का साथ छोड़ते हुए भाजपा को अपना बनाया है. भगत का कहना है कि आठ हजार कार्यकर्ता व एक हजार पदाधिकारी के साथ आज वे भाजपा का दामन थामे हैं.

कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता रहे हैं

रणविजय प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि कृपा शंकर भगत पूर्व में वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता रहे हैं. भगत के भाजपा ज्वाईन करने से उन्हें बेहद प्रशन्नता है. भगत के भाजपा में आने से पार्टी मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि कृपा शंकर भगत पुराने साथी हैं. भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी के लिये काम करेंगे.