शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 6 दिनों से हड़ताल कर रहे जूडा की आखरी उम्मीद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बची है। सरकार द्वारा शुरु की गई कार्रवाई के बाद अब जूडा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा है।

जूडा ने बातचीत का यह रास्ता उस समय तय करने का फैसला लिया जब सरकार ने 28 जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे मंजूर कर लिये। इस्तीफा देने वाले जूनियर डॉक्टरों को भरे गए बॉन्ड के 30-30 लाख रुपये जमा करने होंगे।

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मुख्यमंत्री से समय मिलने के बाद जूडा उनके सामने अपनी फरियाद रखेंगे। मुख्यमंत्री से बातचीत का यदि परिणाम नहीं निकलता है तो उस दिशा में जूडा ने सुप्रीम कोर्ट की ओर अपना रुख करेंगे।

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आपको बता दें जूनियर डॉक्टर अपनी लंबित 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 31 मई से हड़ताल पर हैं। जूडा और सरकार के बीच जारी इस गतिरोध का अभी तक कोई भी हल नहीं निकल पाया है। उधर हाईकोर्ट ने जूडा की हड़ताल पर नाराजगी जाहिर की थी। हाईकोर्ट ने डॉक्टरों को काम पर लौटने का 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था लेकिन 36 घंटे बीत जाने के बाद भी जूडा अपने रुख पर अभी भी कायम हैं। हाईकोर्ट ने सरकार को दिये गए समय में काम पर नहीं लौटने पर जूडा के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश भर के 3500 जूनियर डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

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ये है मांगें

  • सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए
  • जूनियर डॉक्टरों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए
  • कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए
  • जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए
  • कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ती पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्तियों में मिले

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