रांची. सीबीआई की विशेष अदालत ने शनिवार को आखिरकार लालू प्रसाद यादव को सजा सुना ही दी. साढ़े तीन साल की सजा औऱ पांच लाख का जुर्माना उन पर ठोंका गया.
सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश ने न सिर्फ लालू प्रसाद यादव की चुटीली बयानबाजी का जवाब दिया बल्कि बेहद सहजता से लालू की चिंताओं का समाधान किया. ऐसा माना जा रहा था कि सीबाआई के विशेष जज शिवपाल सिंह पूरी सुनवाई को बोझिल नहीं बनने देंगे और कानून द्वारा तय सजा सुना देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सीबीआई के विशेष जज ने न सिर्फ लालू यादव पर कड़ी टिप्पणी की बल्कि उनके कारनामे पर तंज कसा.
सीबीआई जज ने सजा सुनाने से पहले कहा कि दोषियों के लिए खुली जेल ही ठीक होगी क्योंकि उन्हें काऊ फार्मिंग का अनुभव है. जज की इस टिप्पणी से ही साफ हो गया था कि लालू के पैंतरे यहां नहीं चल पाएंगे और आखिरकार वही हुआ. लालू को पांच लाख का जुर्माना और साढ़े तीन साल की जेल की सजा मिल ही गई.