कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. आज से रूटीन ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवाएं देना भी बंद कर दिया है. इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से मरीजों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है.

जूनियर डॉक्टर्स का आरोप है कि नीट पीजी की काउंसलिंग अभी तक नहीं हुई है. साथ ही नॉन एकेडमिक जूनियर भी उन्हें नहीं दिए गए हैं. यही वजह है कि उनके द्वारा मेडिकल कॉलेज के डीन को रविवार को ज्ञापन दिया गया था. आज से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी. लिहाजा सुबह 10 बजे तक कोई निर्णय सामने नहीं आने के बाद जूनियर डॉक्टर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.

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इस हड़ताल के चलते जयारोग्य चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विशेषतौर पर वह मरीज जो राजस्थान और उत्तरप्रदेश से यहां इलाज कराने आते है. इससे पहले जूनियर डॉक्टर्स ने रूटीन ओपीडी का बहिष्कार किया गया था, लेकिन इस बार इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी है. जिससे ग्वालियर चंबल अंचल के इस सबसे बड़े अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगड़ने लगी हैं.

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बता दें कि मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स में नया बैच हर साल लगभग 1 मई तक आ जाता था. पीजी कोर्स के फाइनल बैच के पेपर भी हो चुके हैं. वर्तमान में फाइनल बैच की परीक्षा मई में होगी. जिसके लिए जूनियर डॉक्टर अप्रैल से वार्डों की ड्यूटी छोड़कर परीक्षा की तैयारी में लग जाते हैं. कोरोना काल के चलते इस बार अक्टूबर में पीजी नीट का रिजल्ट निकला था.

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इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया. जिसके चलते अब तक काउंसलिंग शुरू नहीं हो पाई है. इस मामले की अगली सुनवाई आगामी 4 जनवरी को होनी है. अगर 4 जनवरी को भी कोर्ट ने फैसला दे दिया, तो भी चिकित्सा शिक्षा विभाग को नए बैच के प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करने में मार्च तक लग जाएगा. इसलिए इस सत्र में शून्य होने की संभावना बढ़ गई है.

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