शब्बीर अहमद, भोपाल। कमलनाथ की ‘डिनर पॉलिटिक्स’: कांग्रेस मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है। मिशन- 2023 की तैयारी और गिले-शिकवे मिटाने के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ‘डिनर पॉलिटिक्स’ (dinner politics) रखी। डिनर डिप्लोमेसी के बहाने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) से मुलाकात के बाद एमपी कांग्रेस की कमलनाथ के घर भोपाल में बड़ी बैठक हुई। बैठक में मिशन- 2023 की तैयारी को लेकर मंथन हुआ। साथ ही डिनर के बहाने गिले-शिकवे दूर कर कांग्रेस नेताओं के बीच तालमेल बैठाने की कोशिश की गई। डिनर डिप्लोमेसी में दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अजय सिंह समेत प्रदेश कांग्रेस की समन्वय समिति और वचन पत्र समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे। सभी नेता अपनी-अपनी रिपोर्ट लेकर पहुंचे।
बैठक की जानकारी देते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि चार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एक पूर्व नेता प्रतिपक्ष समेत 5 लोग बैठक में शामिल हुए। बैठक में नावों की रणनीति, संगठन के चुनाव, समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। कांग्रेस के सदस्यता अभियान समेत संगठन मजबूती को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक का उद्देश्य हर स्तर पर पार्टी को मजबूत करना है।
Oh My God! खांसी की सिरप की जगह जू मारने की दवा पिलाई
बता दें कि कांग्रेस की एक बड़ी बैठक पिछले 4 अप्रैल को हुई थी। बैठक में कांग्रेस के तमाम दिग्गज और पूर्व मंत्रियों को बुलाया गया था। बैठक में कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं को अलग-अलग तंबाकू की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसमें दिग्विजय सिंह अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी और अजय सिंह शामिल थे। जिम्मेदारी मिलने के बाद यह तमाम नेता अलग-अलग संगम संभागों में पहुंचे और वहां पर दौरे की और वही रिपोर्ट लेकर कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता यहां पहुंचे हैं। अपनी रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपी है। रिपोर्ट के बाद कांग्रेस 2023 को लेकर अगली रणनीति बनाएगी। इसके साथ ही कल दिल्ली में प्रशांत किशोर की कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की बैठक हुई थी। उस बैठक में क्या कुछ चर्चा हुई क्या प्रेजेंटेशन प्रशांत किशोर ने एमपी को लेकर दिया इसके बारे में भी कमलनाथ ने बाकी के तमाम नेताओं को जानकारी दी।
कमलनाथ के सर्वे में दो दर्जन विधायकों का नाम कमजोर प्रदर्शन की लिस्ट में
गौरतलब है कि 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी में कांग्रेस के लिए कमलनाथ इस समय खासा एक्टिव दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में उनके द्वारा करवाए गए सर्वे ने कमलनाथ की चिंता बढ़ा दी है। सर्वे में कमजोर प्रदर्शन करने वाले लगभग दो दर्जन विधायकों का नाम सामने आया है। सभी को कमलनाथ ने चेतावनी जारी की है। हालांकि देखने वाली बात होगी कि अब कमलनाथ किस तरह से कांग्रेस में जान भरने की कोशिश करते है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें