ललित सिंह ठाकुर, राजनांदगांव। राजा स्व देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह ने खैरागढ़ से कांग्रेस की महिला उम्मीदवार यशोदा वर्मा को प्रत्याशी बनाये जाने पर सीएम भूपेश बघेल की प्रशंसा करते हुए बड़ा कदम बताया है. विभा सिंह ने प्रेस क्लब में पीसी लेकर कहा कि उनकी पृष्ठभूमि राजनीतिक परिवार से है. देवव्रत सिंह से विवाह के बाद मैने उनके पूर्व के चुनाव में खुलकर चुनाव प्रचार में काम किया था. उनके विजय में कही न कही मेरा भी बड़ा योगदान रहा है.

विभा सिंह ने कहा कि पति पत्नी में सामान्य विवाद होते रहता है, लेकिन राजपरिवार के गौरवशाली इतिहास को गर्त में डालने वाले लोगों के दिल में देवव्रत सिंह बसे हैं. यही कारण है कि वह दूसरे दल में होने के बाद भी राजनैतिक मतभेद एक तरफ रखकर दिल्ली में राज करते हुए करोडों रूपयों की स्वीकृति करवा पाये थे, जिसमें अकेले 300 करोड का सिध्द बाबा जलाशय, खैरागढ़ विधानसभा के किसानों और आम जनता के लिए लाभदायक रहेगा.

उन्होंने कहा कि कहा कि मेरे मन से कभी राजनीति चाह नहीं रही है. मुझे याद है कि मुझे राजा साहब ने कई बार राजनैतिक पद ग्रहण कर राजनीति सक्रिय रहने कहा था, लेकिन मैने हमेशा राजनीति से हटकर परिवार के साथ रहकर जनता की सेवा करने की बात कही.

विभा सिंह ने कहा कि मैने कभी भी कांग्रेस अथवा किसी दल से आज तक टिकट नहीं मांगा और नहीं कभी सरपंचों को लेकर राजनीतिक प्रदर्शन किया है. मैं हमेशा खैरागढ विधानसभा की जनता के हित के बारे में सोचती रही हूं. अवसर को भुनाने के लिए अचानक परदे पर आने वाली औरत नहीं हूं.

महिलाओं के आत्म सम्मान और उन्हें अवसर प्रदान किए जाने के पक्ष धर पीएम नरेन्द्र मोदी को मानती हूं. इसके अलावा कांग्रेस की नेत्री सोनिया गांधी, राहुल गांधी , और भूपेश बघेल को देखा है, जिन्होंने गांव की सामान्य जुझारू महिला यशोदा वर्मा को खैरागढ विधान सभा के उप चुनाव में टिकट देकर महिलाओं का सम्मान बढाया है.

उन्होंने कहा कि कहा कि मेरे पति देवव्रत सिंह सरल मृदृभाषी व्यक्तित्व के धनी थे. किसानों सहित गरीब व्यक्ति की चिन्ता करते थे. हर किसी में बिना अंहकार के बात करने में जरा हिचक नहीं महसूस करते थे. आज राज्य सरकार उदयपुर और खैरागढ में राजा देवव्रत सिंह की मूर्ति और चौराहे का नामकरण की बात कर रही हैं. इसके लिये मैं सीएम भूपेश बघेल को धन्यवाद देती हूं.

इसके अलावा मेरा सुझाव है कि खैरागढ विधान सभा की सिध्द बाबा जलाशय का नाम राजा देवव्रत सिंह के नाम से करने के साथ प्रति वर्ष उन्नत किसान को पुरस्कार भी राजा साहब के नाम पर करें तो यह बड़ी श्रद्धांजली होगी. खैरागढ विधान सभा की आम जनता के दिल में राज करने वाले देवव्रत सिंह के सम्मान में जनता की सेवा करना चाहती हूं, लेकिन यह सेवा राजनीति में रहकर की जाएं यह जरूरी नहीं है. जनता अगर चाहेगी तभी मैं राजनीति में आउंगी.