अमृतांशी जोशी,भोपाल। गुरुनानक जयंती पर पूर्व सीएम कमलनाथ के इंदौर के खालसा कॉलेज पहुंचने पर विवाद हुआ था. कीर्तनकार ने कहा था कि कब तक सिखों के दोषियों के सामने सिर झुकाते रहेंगे. आगे से कभी भी कीर्तन करने इंदौर नहीं आने की बात कही. अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कीर्तनकार से अपने फ़ैसले पर एक बार विचार करने का आग्रह किया है. मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है.

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कुछ लोगों के दुष्कृत्य की सज़ा सबको नहीं मिलनी चाहिए. इंदौर के प्रभारी मंत्री होने के नाते मैं आग्रह करता हूं कि इसमें इंदौरवासियों की कोई गलती नहीं है. अपने पापों को ढकने के लिए कुछ लोग वहां पर पहुंचे थे. चंद लोगों की गलतियों का खामियाजा पूरे प्रदेश ना भुगते. मेरा कीर्तनकार से आग्रह है कि वो अपने फ़ैसले पर एक बार विचार ज़रूर करें.

गुरुनानक जयंती कार्यक्रम में कमलनाथ का विरोध: कीर्तनकार ने कहा- कब तक सिखों के दोषियों के सामने सिर झुकाते रहेंगे

मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस के ऊपर 1984 दंगों का दाग़ लगा हुआ है. जब कांग्रेस ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया था, तब भी मैंने इस मामले को उठाया था. सिख समाज में इस पूरे मामले को लेकर काफ़ी रोष है. जिस प्रकार से यह बात उठी है.

कांग्रेस को इस पर विचार करना चाहिए. कमलनाथ को तुरंत इस बात को लेकर इस्तीफ़ा सौंप देना चाहिए. कांग्रेस संगठन के बाद कमलनाथ को पद से निष्कासित करें. कमलनाथ को हिंदू और सिख समाज से माफ़ी मांगनी पड़ेगी.

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