रायपुर- बीजेपी प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर समेत तमाम पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी. खबर है कि यह पेशकश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय से मिलकर की गई है. बताते हैं कि प्रदेश कार्य़ालय प्रभारी सहायक से विवाद के बाद इस्तीफे की पेशकश की गई, लेकिन संगठन के आला नेताओं से बातचीत के बाद फिलहाल मामले को शांत कर दिया गया है.

बीजेपी के सूत्र बताते हैं कि गुरूवार को सभी सात मोर्चा की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें सभी मोर्चा पदाधिकारियों को चुनावी तैयारियों के मद्देनजर अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई. इस बैठक में हिमाचल प्रदेश से आए संगठन महामंत्री पवन राणा शामिल हुए. बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने अपने मोर्चा पदाधिकारियों की बैठक के लिए कार्यालय के प्रशासनिक भवन के पहले फ्लोर पर स्थित हाल में बैठक करने के लिए बुलाया. सूत्र बताते हैं कि इसे लेकर कार्यालय प्रभारी सहायक मयूर पटेल ने पूनम चंद्राकर से सवाल-जवाब किया. इसे लेकर चंद्राकर बेहद नाराज हुए.

सूत्र बताते हैं कि पूनम चंद्राकर की नाराजगी की वजह यह थी कि पूर्व मंत्री रहने और संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के बावजूद कार्यालय प्रभारी सहायक ने बैठक किए जाने को लेकर जिस अंदाज में बातचीत की, वह ठीक नहीं थी. चंद्राकर ने कड़ी आपत्ति जताते हुए यह टिप्पणी भी की कि- बाहरी लोग जनप्रतिनिधियों को सिखाएंगे कि कहां बैठना है? क्या करना है?

बताया जाता है कि कार्यालय प्रभारी सहायक के रवैये से नाराज पूनम चंद्राकर ने इस्तीफा दिए जाने की बात कहीं, जिसके बाद तमाम पदाधिकारियों ने भी अपना इस्तीफा दिए की पेशकश करते हुए प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और संगठन मंत्री पवन साय से मुलाकात की. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री ने बंद कमरे में पूनम चंद्राकर से चर्चा की. साथ ही खबर है कि कार्यालय प्रभारी सहायक को बुलाकर गहरी नाराजगी जाहिर की गई. इसके बाद ही पूनम चंद्राकर और किसान मोर्चा के दूसरे पदाधिकारियों का गुस्सा शांत हुआ.