स्पोर्ट्स डेस्क- देश में इन दिनों क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग आईपीएल का रोमांच जारी है। जैसे जैसे ये लीग आगे बढ़ती जा रही है, इसका रोमांच भी चरम पर पहुंचता जा रहा है।

आईपीएल की ये खूबसूरती है कि इस लीग में एक ही मंच पर दुनिया के सभी दिग्गज एक साथ होते हैं, जो खेलते हैं वो तो होते ही हैं साथ ही जो संन्यास ले चुके हैं वो भी इस लीग में किसी न किसी तरीके से शामिल होते हैं।

जैसे रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज दिल्ली कैपिटल्स टीम के कोच हैं, सौरव गांगुली बतौर सलाहकार दिल्ली कैपिटल्स की टीम में हैं, सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस की टीम में सलाहकार और वीवीएस लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में सलाहकार हैं। इसी तरह दुनिया के कई स्टार जो संन्यास ले चुके हैं वो भी किसी न किसी तरह से इस लीग से जुड़े हैं।  और यही आईपीएल की खूबसूरती है।

आईपीएल के रोमांच के बीच ही अब बीसीसीआई के लोकपाल और नैतिक अधिकारी डीके जैन ने क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर जिनका बर्थडे 24 अप्रैल को था, और वीवीएस लक्ष्मण को नोटिस जारी किया है।

इसलिए जारी किया गया नोटिस

जो जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक आईपीएल फ्रेंचाईजी टीमों में सचिन और लक्ष्मण दोनों ही  दिग्गज मेंटोर हैं, और साथ ही बीसीसीआई में क्रिकेट सलाहकार समिति सीएसी के सदस्य भी हैं जिसके चलते हितों के टकराव के लिए उन्हें ये नोटिस जारी किया गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भी कैब अध्यक्ष, सीएसी सदस्य और दिल्ली कैपिटल्स के मेंटोर  एक साथ तीन पद पर रहने के लिए सुनवाई के लिए पेश होना पड़ा था।

वहीं बीसीसीआई सूत्रों से जो जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक तीनों ही खिलाड़ी सीएसी के सदस्य के तौर पर स्वेच्छिक सेवा दे रहे हैं, इसके अलावा बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गांगुली को नोटिस जारी किया गया था, लोकपाल ने शायद तेंदुलकर और लक्ष्मण को भी नोटिस जारी किया है लेकिन मैं पुष्टि कर सकता हूं कि तेंदुलकर मुंबई इंडियंस से एक भी पैसा नहीं लेते हैं, वो सिर्फ स्वैच्छिक सेवा कर रहे हैं, बीसीसीआई में भी उन्हें सीएसी में अपनी सेवाएं देने के लिए एक भी पैसा नहीं दिया गया है।

28 अप्रैल तक का वक्त

न्यायमूर्ति जैन ने नोटिस जारी करने के बाद तेंदुलकर और लक्ष्मण  दोनों ही खिलाड़ियों को जवाब देने के लिए 28 अप्रैल तक का वक्त दिया है। साथ ही बीसीसीआई से भी जवाब देने को कहा है। बता दें ये शिकायत मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ एमपीसीए के सदस्य संजीव गुप्ता ने दायर की है।