विकास कुमार/सहरसा। कोसी रेंज के पुलिस उप-महानिरीक्षक (डीआईजी) मनोज कुमार ने सहरसा जिले के विकास भवन सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिलों के पुलिस कर्मियों को कानून के पालन और बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रशिक्षण दिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पुलिस कर्मियों को नए कानूनों के अनुपालन, छापेमारी के दौरान संयमित व्यवहार, फरियादियों से सहानुभूति से संवाद और वाहन जांच के दौरान पुलिस-पब्लिक संबंधों को सुधारने के लिए प्रशिक्षित करना था।

छापेमारी और फरियादियों से संवाद के गुर सिखाए गए

डीआईजी मनोज कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुलिस कर्मियों को कानून के अनुपालन में दक्ष बनाना और जनता के साथ बेहतर संबंध स्थापित करना है। उन्होंने पुलिस कर्मियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों में सब्र और सहानुभूति का प्रदर्शन करें और जनता की समस्याओं का समाधान तत्परता से करें।

पुलिस कर्मियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से कार्यों में का प्रयास

इस कार्यशाला में पुलिस कर्मियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से उनके कार्यों में सुधार लाने का प्रयास किया गया, जिससे वे अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जनता के विश्वास को मजबूत कर सकें। डीआईजी मनोज कुमार ने कहा कि पुलिस कर्मियों को अपने कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा ताकि पुलिस कर्मियों की कार्यक्षमता में निरंतर वृद्धि हो सके।

पुलिस कर्मियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित

इस कार्यशाला में पुलिस कर्मियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से उन्हें अपने कार्यों में सुधार लाने और जनता के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने में मदद मिलेगी। डीआईजी मनोज कुमार ने इस अवसर पर पुलिस कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि अन्य पुलिस कर्मियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बने।

इस कार्यशाला के सफल आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वे पुलिस कर्मियों को निरंतर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।