प्रदीप गुप्ता. कबीरधाम. अय्याशी के चलते लाखों रुपए के कर्ज में डूबे बेटे ने खुद के अपहरण की साजिश रच डाली. युवक ने अपनी फिरौती के लिए अपने बाप से 1 करोड़ रुपए की मांग की. इधर अपने बेटे की अपहरण की बात सुनकर घबराये पिता ने पिपरिया थाना में मामला पंजीबद्ध करवा दिया था. मामला पिपरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ज्ञानपुर गांव का है. पुलिस क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की मदद से मामले की विस्तृत तस्दीक में जुटी हुई थी.

पुलिस की पड़ताल में सच्चाई सामने आने के बाद बेटा खूब शर्मिंदा हुआ. बेटे ने पुलिस की पूछताछ में जुर्म कबूल कर लिया है. युवक के साजिश की कहानी जो सामने आई वो इस तरह है. आरोपी युवक खेमलाल चंद्राकर अपने दोस्ती-यारी और अय्याशी के चलते 3 लाख रुपए से अधिक के कर्ज में डूब चुका था. युवक ने कर्ज छूटने तरकीब निकाली. युवक घर में किसी को बिना बताये नागपुर चला गया.

वहां जाने के बाद एक अनजाने मोबाइल नंबर से पत्नी को कॉल करके कहा कि उसका अपहरण हो चुका है. इतना कहकर युवक ने फोन काट दिया. युवक खेमलाल के किडनेपिंग की बात सुनकर परिजनों के हाथ-पांव फूल गए. परिवार के सारे लोग इस चिंता में डूब गए कि अब युवक को किडनेपरों के पंजे से कैसे छुड़ाया जाये. इसी बीच युवक के चचेरे भाई व्हाट्सएप नंबर पर फिर एक अनजाने मोबाइल नंबर से मैसेज आया कि तुम्हारा भाई हमारे पंजे में है, इसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए लेकर हमारे बताये जगह पर पहुँचो.

जब ये बात पुलिस को पता चली तो पिपरिया थाना पुलिस बल ने मामले का अंत करके ही दम लिया. युवक 28 जुलाई से लापता था. महज 3 दिन बाद ही मामले का पर्दाफाश हो चुका है. आरोपी कोई और नहीं बल्कि वह स्वयं है, जिसने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी. आरोपी युवक के द्वारा जुर्म कबूलने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.