रायपुर। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बाद अब एक और बाबा सुर्खियों में हैं.. और वो हैं राजस्थान के ‘स्वयंभू बाबा’ संत कौशलेंद्र फलाहारी महाराज, जिन पर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की युवती से बलात्कार का आरोप है.

लल्लूराम डॉट कॉम की खबर को देशभर की मीडिया ने किया प्रकाशित

इस खबर का खुलासा लल्लूराम डॉट कॉम ने सबसे पहले किया. जिसके बाद आज देशभर की मीडिया ने इस खबर को उठाया है. सभी प्रमुख अखबारों, वेब साइट्स और न्यूज चैनल्स पर फलाहारी बाबा की करतूतों को लेकर खबर दी गई है.

बता दें कि नवभारत टाइम्स डॉट इंडियाटाइम्स डॉट कॉम, भास्कर डॉट कॉम, वेबदुनिया, खबर एनडीटीवी, पत्रिका, द क्विन्ट, न्यूज 18, इंडिया टीवी, रफ्तार डॉट इन, प्रभात खबर, पंजाब केसरी, अमर उजाला, सीजी खबर, गांव कनेक्शन डॉट कॉम समेत तमाम मीडिया ने फलाहारी बाबा की खबर को प्रमुखता से जगह दी है.

क्या है मामला?

बता दें कि राजस्थान के अलवर स्थित दिव्यधाम को संचालित करने वाले जगदगुरू रामानुजाचार्य़ स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज ने मूलरूप से बिलासपुर की रहने वाली और जयपुर में रहकर लाॅ की पढ़ाई कर रही युवती से बलात्कार की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि पीड़िता ने जयपुर में एलएलबी की पढ़ाई के दौरान बाबा कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी की सिफारिश पर ही सुप्रीम कोर्ट के एक बड़े वकील के अधीन अपना इंटर्नशिप पूरा किया था. इंटर्नशिप खत्म होने के बाद पीड़िता को तीन हजार रूपए का मानदेय दिया गया.

अपनी जीवन की पहली कमाई से उत्साहित पीड़िता ने जैसे ही इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी, तो परिजनों ने सलाह दी कि अपनी पहली कमाई अलवर जाकर बाबा के चरणों में अर्पित कर दें. माता-पिता की सलाह के बाद पीड़िता अलवर के दिव्य धाम पहुंची, जहां उसने जगदगुरू स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज को तीन हजार रूपए अर्पित किया. इस दौरान ही पीड़िता से बाबा ने बलात्कार की कोशिश की.

अलवर के एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली लड़की ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. पीड़िता का परिवार, पहले तो इस मामले में किसी भी कार्रवाई का इच्छुक नहीं था, लेकिन गुरमीत राम रहीम को सजा मिलने के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया.

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

डीजीपी की पहल से दर्ज हुआ मामला

चूंकि मामला बेहद हाईप्रोफाइल था, लिहाजा पीड़ित परिवार ने इस पूरे मामले की शिकायत डीजीपी ए एन उपाध्याय और बिलासपुर एएसपी अर्चना झा से की. उनकी पहल पर एएसपी अर्चना झा ने कार्रवाई शुरु की. महिला की पहचान को गोपनीय रखते हुए पुलिस की कार्रवाई शुरु की. पहले बिलासपुर महिला थाना में पीड़िता का बयान दर्ज हुआ. फिर जगदगुरू स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया गया. पुलिस ने प्रारंभिक विवेचना कर पीड़िता के माता-पिता का बयान लेने के साथ ही मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत भी पीड़िता का बयान दर्ज कराया.

विवेचना के बाद पुलिस ने केस डायरी तैयार कर बिलासपुर पुलिस की एक टीम को राजस्थान के अलवर के लिए रवाना किया है.