पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। गरियाबंद में किसानों को नकली डीएपी खाद बिक्री की खबर लल्लूराम डॉट कॉम प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है. उपसंचालक कृषि द्वारा गठित जांच दल अब गांव-गांव घूम कर पीड़ित किसानों का नाम सूचीबध्द कर रहा है.

बता दे कि जिले के देवभोग इलाके में दर्जन भर गांव में 200 से ज्यादा किसानों को डीएपी खाद का पैसा लेकर सस्ता जैविक खाद थमा कर रफू चक्कर हो गए हैं. ठगों के मोबाइल नम्बर के आधार पर अब कृषि विभाग पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी कर रही है. इस संबंध में गठित जांच दल प्रभावित किसानों का नाम सूचीबद्ध करने के साथ उनके बयान दर्ज कर खाद का भी विभाग ने सेम्पल लिया है.

दरअसल, शातिर ठगों ने कम पढ़े-लिखे किसानों को झांसे में लिया था, जिन्हें फ्री में यूरिया, धान बीज और दवाई देने के अलावा सरकार की तरह धान 2500 रुपये में खरीदी कर बोनस भी देने का लालच दिया था. इसके एवज में ठगों ने एडवांस के तौर पर केवल डीएपी की नगद खरीदी का शर्त रखा दिया, और किसानों को 1200 रुपये प्रति बोर के दर पर नकली डीएपी थमा कर रफू चक्कर हो गए थे.

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