Jagannath Mandir: पुरी. एएसआई ने कहा कि पुरी जगन्नाथ मंदिर में रत्न भंडार की लेजर स्कैनिंग 28 नवंबर को उचित समय पर होगी.

एक स्वतंत्र कैमरा होगा जिसके माध्यम से 3डी तस्वीरें क्लिक की जाएंगी और रत्न भंडार का सर्वेक्षण किया जाएगा. विश्वसनीय रिपोर्टों के अनुसार, तस्वीरों का विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा सर्वेक्षण किया जाएगा. इस सर्वेक्षण के बाद इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा. एसजेटीए के मुख्य प्रशासक रंजन दास ने बताया कि श्रीमंदिर प्रबंध समिति की बैठक में एएसआई को पुरी में रत्न भंडार की लेजर स्कैनिंग करने की अनुमति दी गई है.

प्रबंध समिति ने 17 जनवरी को श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना के उद्घाटन को मंजूरी दे दी है, श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना के उद्घाटन के दौरान मंदिर के चारों दरवाजों पर वेदों का पाठ किया जाएगा और ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में यज्ञ आयोजित किया जाएगा. समिति की बैठक में सेबायत आवास योजना और आदर्श गुरुकुल पर चर्चा हुई. उन्होंने भगवान की रत्न पालकी और राहु रेखा की मरम्मत करने का भी निर्णय लिया है. भगवान जगन्नाथ मंदिर के चारों दरवाजों पर दान पेटियां भी लगाई जाएंगी. प्रबंध समिति की बैठक में नीति उप समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को मंजूरी दे दी गयी है.

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को दरारों की मरम्मत के लिए पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की लेजर स्कैनिंग की मंजूरी मिल गई है. एसजेटीए के मुख्य प्रशासक रंजन दास ने कहा कि लेजर स्कैनिंग के बाद एएसआई मूल्यांकन रिपोर्ट श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन को सौंपेगी जो आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए इसे एक उप-समिति के समक्ष रखेगी.

एएसआई को मुख्य मंदिर और अन्य देवी मंदिरों की भी उन आधुनिक मशीनों से लेजर स्कैनिंग करने की सलाह दी गई है. एसजेटीए रंजन कुमार दास ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार नाट मंडप का मरम्मत पूरा कर लिया गया है.

एएसआई रत्न भंडार की बाहरी दीवार के साथ-साथ इसकी उत्तरी दीवार की लेजर स्कैनिंग करेगा जो रत्न भंडार और मुख्य मंदिर के बीच संयोजन बिंदु है.