सत्यपाल राजपूत, रायपुर। कोरोना काल में पढ़ाई तुहर पारा से व्याख्याता परेशान है. राजधानी रायपुर में इसे स्थगित करने और  50 साल से अधिक कर्मचारियों की कोरोना ड्यूटी नहीं लगाने की मांग की है. आज अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर एससीआरटी संचालक और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी हमें निराश नहीं करेंगे.

छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि व्याख्याताओं की नोबेल कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाई गई कोरोना सर्वे, कांटेक्ट ट्रेसिंग सहित अन्य कार्यों से मुक्त रखने सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर एनसीआरटी संचालक राहुल वेंकट और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे हैं. वैकल्पिक पढ़ाई के मद्देनजर बच्चों को घर पर पढ़ाई की सुविधा प्रदान करने ऑनलाइन कक्षा, मोहल्ला स्कूल, लाउडस्पीकर से पढ़ाई, मोबाइल गुरुजी जैसे वैकल्पित शिक्षा प्रदान कर रहे उनको अन्य कार्यों से मुक्त किया जाए.

रायपुर जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मोहल्ला पढ़ाई(पढ़ई तुंहर पारा) को स्थिगित किया जाए. भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप 50-50 वर्ष के उपर शासकीय कर्मचारियों जिन्हें मधुमेह, श्वास रोग, हायपरटेंशन के रोगियों जिन्हें कोरोना संक्रमण होने की संभावना है. ऐसे में इन कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाया जाए.