नई दिल्ली . उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने राजधानी की अस्पताल परियोजनाओं में देरी को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया कि ये परियोजनाएं समय से पूरी कर ली गई होतीं तो हजारों लोगों को राहत मिलती.
उपराज्यपाल सक्सेना ने सीएम केजरीवाल को पत्र लिखा. एलजी ने अपने पत्र में कहा कि न केवल सिरसपुर में नए अस्पताल का निर्माण कार्य तय समय से एक साल पीछे चल रहा है, बल्कि लोक नायक अस्पताल, गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल, डॉ. बीआर आंबेडकर अस्पताल, राव तुला राम अस्पताल और अरुणा आसफ अली अस्पताल जैसे मौजूदा अस्पतालों में बिस्तरों की बढ़ोतरी में भी तीन साल से अधिक की देरी हुई है.
उप राज्यपाल ने कहा कि 17 अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या में वृद्धि औसत समय पर एक नए अस्पताल के निर्माण से दिल्ली के लोगों के लिए लगभग 12 हजार 500 अतिरिक्त बिस्तर उपलब्ध हो जाते. उपराज्यपाल ने कहा कि मैं यह कहने को विवश हूं कि जमीनी स्थित बिल्कुल विपरीत है. एक भी नया अस्पताल नहीं बना है.
पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट क्या कहती है?
16 जून को मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक, एक पीडब्ल्यूडी रिपोर्ट से पता चला कि नई सुविधाओं और मौजूदा सुविधाओं के विस्तार समेत दिल्ली में कई स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में देरी हुई है, कुछ में तीन साल से ज्यादा की देरी हुई है.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि 18 अस्पतालों के निर्माण के साथ-साथ रोहिणी में एक फोरेंसिक प्रयोगशाला के लिए एक अतिरिक्त भवन का निर्माण कई समय सीमाओं को पार कर चुका है. इन अस्पतालों की कुल लागत 3.236 करोड़ रुपये बताई गई.