Loan Interest Rates: बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) ने अपने कर्जधारकों को बड़ी राहत देते हुए मई 2023 की ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करने का ऐलान किया है. बैंक ने कहा है कि वह एमसीएलआर की पिछली दर को लागू रखेगा. इससे मौजूदा और नए ग्राहकों को महंगा कर्ज नहीं लेना पड़ेगा और उन्हें होम लोन (home loan) के मामले में भारी बचत करने का मौका मिलेगा. हालांकि कर्जदारों को यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो बैंक कभी भी ब्याज दरों में संशोधन कर सकता है.

बैंक ऑफ इंडिया MCLR दरें

बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) ने अपने पिछले एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया है. बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह मई 2023 के लिए एमसीएलआर दरों में वृद्धि नहीं कर रहा है. ओवरनाइट टेन्योर के लिए बैंक का एमसीएलआर 7.90 फीसदी है. वहीं एक महीने की एमसीएलआर दर 8.10 फीसदी और तीन महीने की एमसीएलआर 8.20 फीसदी है. इसी तरह एक साल के लिए एमसीएलआर अब 8.60 फीसदी और छह महीने के लिए एमसीएलआर 8.40 फीसदी है.

बैंक ऑफ इंडिया rblr दर

फरवरी में आरबीआई की संशोधित रेपो दर 6.50 प्रतिशत के अनुसार, बैंक ऑफ इंडिया का आरबीएलआर 9.25 प्रतिशत पर प्रभावी होगा.

आरबीआई नीति दर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने अप्रैल में रेपो दर को 6.5% पर बनाए रखा है. मई 2022 के बाद यह पहली बार है जब केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. पिछले एक साल से महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई मई से अब तक रेपो रेट में कुल 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है.

मौजूदा कर्जदारों को ऊंची दरें चुकानी होंगी

भारतीय रिजर्व बैंक के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अनुसूचित वित्तीय बैंकों (SCB) के बकाया रुपया ऋण पर भारित औसत उधार दर (WALR) जनवरी 2023 में 9.58 प्रतिशत से 9 बीपीएस बढ़कर फरवरी 2023 में 9.67 प्रतिशत हो गई. इससे पता चलता है कि बड़ी संख्या में मौजूदा कर्जदार औसतन 10 फीसदी के करीब ब्याज दर का भुगतान कर रहे हैं.

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