सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ के उत्पादों को अब थाईलैंड में भी एक नई पहचान मिलेगी. इस संबंध में थाईलैंड इन्वेस्टमेंट बोर्ड और छतीसगढ़ चैम्बर आफ कॉमर्स की एक बैठक भी हुई है. बैठक में इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, फेब्रिकेशन, जाली, कांटा तार, मसाले तथा कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई.

छत्तीसगढ़ चैम्बर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि इस बैठक के जरिए भारत और थाईलैंड की सरकार व व्यापार से संबंधित लोगों को एक मंच पर आने का मौका मिला. बैठक में प्रदेश के व्यापार संगठनों द्वारा एक प्रस्तुति दी गई. जिसमें यह बताया गया कि भारत किन उत्पादों को थाईलैंड को निर्यात कर सकता है. इस दौरान थाईलैंड के व्यापार संगठन और आयातकों ने भी भारत से आयात होने वाले उत्पादों के संबंध में अपनी जरूरत और गुणवत्ता मानकों के बारे में जानकारी दी.

भारत के कारोबारी, खाड़ी देश, दक्षिण एशिया और पश्चिमी देशों में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात के अवसर की बेहतर संभावना देख रहे हैं. अनुमानित वृद्धि की संभावना, स्थापित बाजार पहुंच को देखते हुए, छतीसगढ़ के उत्पादकों द्वारा चिकन करी, फिश करी, मीट मसाला और रेडी टू कुक उत्पादों आदि विशेष मिश्रित मसालों के लिए थाईलैंड में निर्यात बढ़ाने के पर्याप्त अवसर हैं. आने वाले समय में भी बैठकों का दौर जारी रहेगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के उत्पादों को थाईलैंड में निर्यात किए जाने पर चर्चा होगी.

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