तीन राज्यों में होने वाले चुनाव और अगले लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के मुख्यमंत्रियों का यह सम्मेलन काफी अहम हो गया है.

नई दिल्ली: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को गति देने के लिए मंगलवार को आयोजित होने वाली एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एवं पार्टी के 15 मुख्यमंत्री शिरकत करेंगे. बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि आने वाले समय में तीन राज्यों में होने वाले चुनाव और अगले लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के मुख्यमंत्रियों का यह सम्मेलन काफी अहम हो गया है. एक दिन की बैठक के दौरान चुनाव से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की संभावना है.

बैठक में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भाजपा शासित राज्यों में चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेगा और मुख्यमंत्रियों को निर्देश देगा. इस साल के आखिर में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. ये तीनों राज्य बीजेपी शासित हैं. मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन का मुख्य एजेंडा सुशासन और गरीब समर्थित नीतियों का संचालन है. साल 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद नियमित तौर पर इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है. विभिन्न राज्यों के भाजपाई उपमुख्यमंत्री भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे.

दिनभर चलेगी बैठक

मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष दिनभर बैठक करेंगे. बीजेपी के पास 15 मुख्यमंत्री और सात उपमुख्यमंत्री हैं. दो उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, एक-एक उपमुख्यमंत्री गुजरात, बिहार, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में है. पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद 2014 से मुख्यमंत्रियों की वार्षिक बैठक की यह परंपरा चल रही है. यह बैठक सुबह 10 बजे से शुरू हो सकती है. शाह बैठक में उद्घाटन भाषण देंगे, जबकि प्रधानमंत्री समापन सत्र को संबोधित करेंगे.

छह माह पहले भी की थी इसी तरह की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने करीब छह माह पहले भी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में सरकार की कल्याण योजनाओं को जनता के बीच रखने, पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने और पन्ना प्रमुखों की टीम को मजबूत बनाने की बात कही गई थी. मुख्यमंत्रियों को 2022 तक सभी को आवास देने के लक्ष्य को सुनिश्चित करने की बात कही गई थी. बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस बैठक में अपने राज्य में हो रहे कार्यों और पार्टी गतिविधियों का ब्योरा सौंपा था.