कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। खबर ग्वालियर से है, जहां खराब सीवर चेंबर में सिस्टम के ही खराब होने की पोल खुली है. ग्वालियर में अधिकारियों की लापरवाही के चलते नगर निगम के सफाई कर्मी जान जोखिम में डालकर काम करने से मजबूर हो रहे हैं. ग्वालियर नगर निगम के पास सीवर चेंबरों को साफ करने के लिए लाखों कीमत वाली अत्याधुनिक मशीनें हैं, लेकिन मशीनें खराब पड़ी है. ऐसे में बड़े-बड़े चेंबर के अंदर सफाई कर्मियों को जान जोखिम में डालकर उतारा जा रहा है.

सबसे खास बात यह है कि इन सफाई कर्मियों को चेंबर में उतारने से पहले किट तक नहीं दी जा रही है. चेंबर में उतरने वाले सफाई कर्मियों को सेफ्टी हेलमेट नहीं दिया जा रहा है ना ही ड्रेस दी जा रही है. सफाईकर्मियों के पास सीवर चेंबर में उतरने के लिए स्पेशल जूते भी नहीं है. गुरुवार को सिटी सेंटर इलाके में जान जोखिम में डालकर सफाई कर्मी 6 फ़ीट गहरे चेंबर में सफाई करते नजर आए.

ओबीसी महासभा और गुर्जर समाज की महापंचायत: चंबल-अंचल के साथ देश भर के लोग हुए शामिल, चंद्रशेखर आजाद के भी पहुंचने की संभावना

सफाई कर्मियों का कहना है कि मशीनें खराब पड़ी होने से उन्हें खुद जान जोखिम में डालकर चेम्बरों में उतर कर सफाई करना पड़ रही है. जान जोखिम में डालकर सफाई करने वाले 3 कर्मचारियों की हालत देखकर नगर निगम की महापौर शोभा सिकरवार ने अफसरों पर नाराजगी जताई है.

‘बजरंगबली से भिड़ेंगे तो परिणाम अच्छा नहीं होगा’: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बड़ा बयान, दीपक जोशी को लेकर कहा- चुनाव के समय ऐसी परिस्थितियां पैदा होती हैं, मैं उनसे बात करूंगा, एमपी में बीजेपी फिर बनाएगी सरकार

महापौर शोभा सिकरवार ने कहा कि किसी भी सफाई कर्मी की जान जोखिम में डालना गलत है. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर सफाई मशीनें खराब है, तो तुरंत सुधरवाकर मशीनों से सफाई कराएं. वही एमआईसी सदस्य स्वच्छता अवधेश गौरव ने ठेका एजेंसी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus