शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपना त्याग-पत्र स्वीकार नहीं होने के कारण पदयात्रा शुरू कर दी है। गुरुवार को आमला के माता मंदिर से शुरू की गई यात्रा 12वें दिन यानी 9 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेगी। वहीं निशा बांगरे ने कहा कि अधिकारों की लड़ाई के धर्म युद्ध में अब ना रुकूंगी ना झुकूंगी।

राहुल गांधी के एमपी दौरे में बदलावः अब भोपाल की जगह इंदौर आएंगे, राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायर बोलीं- सरकार की उलटी गिनती शुरू

अपना त्याग-पत्र स्वीकार न होने पर आईएएस अधिकारी निशा बांगरे पदयात्रा पर निकलीं है। उन्होंने सरकार को आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है। आमला में सर्व-धर्म शांति सम्मेलन में भाग लेने की अनुमति न देने के बाद निशा ने 27 जून को अपने पद से त्याग-पत्र दे दिया था, जिसे सरकार स्वीकार नहीं कर रही है।

Jabalpur News: स्कूल टीचर पर छात्र ने कराया हमला, भागते हुए Video आया सामने, दो नाबालिग हिरासत में

आईएस निशा बांगरे का कहना है कि सरकार न्यायालय में भी उनकी गलत जानकारी दे रही है। छतरपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपना त्याग-पत्र स्वीकार न किए जाने के कारण बैतूल जिले के आमला से मुख्यमंत्री निवास के लिए पैदल न्याय यात्रा प्रारंभ की है। आमला के माता मंदिर से प्रारंभ की गई यात्रा 12वें दिन याने 9 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेगी। उनका कहना है कि यदि फिर भी उनके त्याग-पत्र पर निर्णय नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन करेंगी।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus