भोपाल। चंद्रमा के लिए भारत के तीसरे मिशन चंद्रयान-3 का शुक्रवार (14 जुलाई) दोपहर 2:35:17 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार दोपहर 1:05 बजे से 25.30 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो चुका हैं। ठीक उसी वक्त भोपाल में ही चंद्रयान-3 का माडल भी लांच किया जाएगा। इसकी लांचिंग शहर के आंचलिक विज्ञान केंद्र में होगी। ऐसा करने से विद्यार्थी चंद्रयान-3 के अहम पहलुओं को बारीकी से समझ सकेंगे। आंचलिक विज्ञान केंद्र के प्रकल्प समन्यक साकते सिंह कौरव ने जानकारी देते हुए बताया कि, विद्यार्थियों को चंद्रयान-3 का माडल दिखाने के साथ-साथ श्रीहरीकोटा से लांचिंग का लाइव प्रसारण भी होगा। उन्होंने बताया ऐसा करने के बीच का मकसद, इसरो और अंतरिक्ष से संबंधित सभी जानकारियों को विद्यार्थियों में पहुंचाना है।

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भोपाल में चंद्रयान-3 देखेंगे लाइव

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज चंद्रयान-3 का मॉडल लांच किया जाएगा। इसके साथ ही बच्चें चंद्रयान-3 लाइव देख सकेंगे। भोपाल के आंचलिक विज्ञान केंद्र में चंद्रयान-3 मिशन का माडल को लांच का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा। इसका प्रसारण करीब दोपहर ढाई बजे किया जाएगा।

चंद्रमा पर उतारने वाला पहला देश बनेगा भारत

14 जुलाई को मिशन चंद्रयान-3 की लांचिंग होने वाली है। इस लांचिंग की रिहर्सल 24 घंटों तक चली थी। इसमें इसरो चंद्रयान-3 के द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारेगा। वहीं अगर यह सफल होता है तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बनने के साथ चंद्रमा पर यान उतारने वाला चौथा देश बन जाएगा। बतादें कि, अब तक रूस, अमेरिका और चीन ही चंद्रमा पर यान उतारने में सफल हुए हैं।

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चंद्रयान-2 से अलग है चंद्रयान- 3

पिछले प्रोजेक्ट से सीख के बाद चंद्रयान 3 को लेकर काफी उत्साह हैं। आज पूरी दुनिया के नज़रें सिर्फ भारत पर टिकी रहेंगी। साइंटिस्ट ने बताया जानकारी देते हुए कहा कि, चंद्रमा पर भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। यह करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा। पिछले प्रोजेक्ट के कुछ चीजे सिख कर इस बार उन चीज़ों को और एडवांस किया गया। इसके साथ ही साइंटिस्ट ने कहा कि, बारीकी से अध्‍ययन करने के बाद चंद्रयान 3 को कई स्‍तर पर अपग्रेड किया गया हैं। कम बजट में भारत ने एक बार फिर तैयार किया एक और बड़ा प्रोजेक्ट। चंद्र मिशन से पूरे देश को काफी उम्‍मीदें हैं।

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चंद्रयान-3 का मिशन

चंद्रयान-2 का अगला चरण है चंद्रयान-3, यह चंद्रमा की सतह पर जाएगा और परीक्षण करेगा। चंद्रयान-3, में एक प्रणोदन मॉड्यूल, एक लैंडर और एक रोवर रहेगा। चंद्रयान-3 का फोकस चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंड करने का है। इस मिशन की सफलता के लिए नए उपकरण भी बनाए गए हैं। इसके साथ ही जिन वजहों से चंद्रयान-2 मिशन चंद्रमा की सतह नहीं उतर पाया था, उन पर भी ध्यान दिया गया हैं।

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