अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण में हुए घोटाले की जांच शुरू कर दी गई है। भोपाल लोकायुक्त के सामने शुक्रवार को महाकाल लोक निर्माण के अधिकारी कर्मचारी पेश हुए और अपना जवाब पेश किया।

दरअसल, महाकाल लोक निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत के बाद लोकायुक्त ने उज्जैन कलेक्टर, स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष आशीष सिंह, उज्जैन स्मार्ट सिटी के तत्कालीन सीईओ आशीष सिंघल और तत्कालीन निगमायुक्त अंशुल गुप्ता को नोटिस भेजा गया है। इनके अलावा 15 अन्य अधिकारी और इंजीनियर को भी नोटिस जारी किया था। लोकायुक्त ने इन्हें जवाब देने के लिए 28 अक्टूबर तक का समय दिया है।

जबलपुर में निजी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का कारनामा: गलत खून चढ़ाने से मरीज की किडनी खराब, नागपुर किया रेफर, कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

जिसके बाद आज शुक्रवार को महाकाल लोक निर्माण के अधिकारी-कर्मचारी लोकायुक्त एनके गुप्ता के सामने पेश हुए और अपना जवाब दिया। मामले में स्पष्टीकरण के लिए अधिकारी-कर्मचारियों ने लोकायुक्त से और समय मांगा है। वहीं लोकायुक्त ने कुछ अफसरों के पेश ना होने पर नाराज़गी जताई है।

भोपाल में बापू की कुटिया रेस्टोरेंट का लाइसेंस निरस्त: खाने में निकला था कॉकरोच, साफ-सफाई और रख-रखाव में मिली खामियां

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी महीने 11 अक्टूबर को उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण किया। जिसके बाद कांग्रेस विधायक महेश परमार ने महाकाल लोक के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत भोपाल में लोकायुक्त संगठन में की थी।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus