शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्य प्रदेश में तमाम बाल संरक्षण संस्थान नियमों को ताख पर रखकर संचालित हो रहे हैं. जिससे कई घटनाएं भी हो रही है. अब उन पर कार्रवाई को लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग (National Child Commission) ने मध्यप्रदेश महिला एवं बाल विकास विभाग (Madhya Pradesh Women and Child Development) को पत्र लिखा है. प्रदेश के 13 संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है. इन संस्थानों से कई तरह की शिकायतें भी आती रहती है.

जांच में मिली गड़बड़ियां

दरअसल राष्ट्रीय बाल आयोग ने मामले की जांच की, जब गड़बड़ियों का खुलासा हुआ. जांच में पाया गया कि नियमों को ताक पर रखकर संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है. भोपाल, उज्जैन, सागर, जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर और दमोह जिले में गड़बड़ी पाई गई. राष्ट्रीय बाल आयोग ने मप्र महिला एवं बाल विकास की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा है.

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इन संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश

भोपाल के एसओएस बालग्राम, बाल निकेतन ट्रस्ट, नित्य सेवा सोसायटी मिशनरी ऑफ चैरिटी पर कार्रवाई के निर्देश. उज्जैन के सर्वधर्म आश्रम, सागर जिले के महिला एवं बाल विकास समिति, सेंट फ्रांसिस सेवा धाम, कबीर मानव सेवा धर्म. जबलपुर के मिशनरी ऑफ चैरिटी, होशंगाबाद के जीवोदय सोसाइटी, इंदौर के युगपुरुष धाम और दमोह के सेंट्रल इंडिया क्रिश्चियन मिशन शामिल है.

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