अनिल मालवीय, इछावर (सीहोर)। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के खिवनी अभ्यारण्य में वन्य प्राणियों को नजदीक से निहारने और प्राकृतिक सौंदर्य का लुप्त उठाने के लिए प्रबंधन ने सैलानियों के लिए 1 अक्टूबर से प्रवेश शुरू कर दिया है। लेकिन पर्यटकों के लिए अभ्यारण्य की डगर इतनी आसान नहीं है। दरअसल, सेंचुरी पहुंच मार्गों के हाल इस समय बेहाल है। बारिश के बाद से इसकी मरम्मत नहीं हुई है। इसके चलते वाहन चलाना दुभर हो रहा है। रास्ता खराब होने की वजह से सैलानियों में हादसों का डर बना रहता है।

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दरअसल, सीहोर जिले में स्थित खिवनी वन अभ्यारण्य जाने के लिए सैलानियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सेंचुरी मार्ग की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। बारिश के बाद से यहां मरम्मत का कार्य अब तक नहीं हुआ है। जिसके चलते सैलानियों में हादसा होने का डर बना रहता है। इसके साथ ही दौलतपुर गेट भी बंद है। ऐसे में सैलानियों को अभ्यारण्य के लिए करीब 100 किमी से अधिक का राउंड लगाकर आष्टा, कुसमनिया से होकर जाना पड़ रहा है।

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आपको बता दें कि खिवनी अभ्यारण्य में पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए विभाग इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कवायद कर रहा है, लेकिन मार्गों की जर्जर हालत से आवागमन के साधन और अन्य सुविधाओं के अभाव में पर्यटक यहां पहुंचने में रुचि नहीं ले रहे हैं।

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