सोनहत, कोरिया. छत्तीसगढ़ के सुदूर उत्तरी हिस्से में कोरिया के सोनहत में हर-हर महादेव की गूंज के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत ने अपनी ताकत दिखाई. महंत ने बिलासपुर संभाग की सबसे प्रमुख नदी हसदेव के उद्गम मेंड्रा से शिव पूजा के साथ अपनी दस दिन की हसदेव जनयात्रा का आगाज़ किया.

महंत अपनी यात्रा में पड़ने वाले गांव या शहर में पदयात्रा करके जनसंपर्क करेंगे जबकि एक शहर और गांव के बीच की दूरी वे गाड़ी से तय करेंगे. यात्रा के उद्घाटन के मौके पर कोरिया में प्रभारी पीएल पुनिया के साथ कोरिया रियासत के रामंचद्र सिंह देव और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव मौजूद थे. कोरिया में महंत के अलावा यही दोनों कांग्रेस के बड़े चेहरे हैं. इस दौरान छत्तीसगढ़ के अनजान सी जगह पर करीब दर्जन भर विधायकों और हज़ारों की भीड़ को जुटाकर महंत ने छत्तीसगढ़ जनता के बीच अपनी पकड़ और पार्टी के भीतर अपनी स्वीकार्यता का प्रदर्शन भी किया.

दस दिन की यात्रा कोरिया, कोरबा व जांजगीर-चांपा जिले में चलेगी. इस दौरान मंहत ने कहा कि छत्तीसगढ़ के एक बड़े हिस्से को सिंचाई और बिजली की सुविधा देने वाली जीवनदायिनी हसदेव नदी के उद्गम व उसके तटीय क्षेत्र के विकास की 14 साल से प्रदेश में काबिज भाजपा की सरकार ने सुध नहीं ली है. केवल घोषणाओं और जुमलों के दम पर यह सरकार टिकी हुई है.

डॉ. महंत ने कहा कि हसदेव के उद्गम स्थल मेण्ड्रा के विकास के लिए उन्होंने अपने स्तर से छोटे-मोटे प्रयास प्रारंभ किए थे लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार ने इसे आगे नहीं बढ़ाया. हसदेव का उद्गम स्थल सहित आसपास के गांव में आज भी सरकार 24 घंटे बिजली उपलब्ध नहीं करा सकी है. जबकि हसदेव के पानी से प्रदेश में 12 हजार मेगावॉट बिजली उत्पादन हो रहा है वहीं लाखों किसानों को सिंचित कर रहा है.