सुरेन्द्र जैन, धरसीवा. मांढर में पावर प्लांट निर्माण के लिए बुलाई गई जनसुनवाई पर ग्रामीणों ने सवाल उठाए है, और ग्राम पंचायत की जगह गुपचुप तरीके से छोटे से मोहल्ले में जनसुनवाई करने पर नाराजी जताते हुए क्षेत्रीय विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा से इसकी शिकायत की है.

पूर्व से ही भारी ओधोगिक प्रदूषण से हलाकान सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र से सटे ग्राम मांढर में शारडा एनर्जी रायपुर एलायंस फेक्ट्री का एक पावर प्लांट बनना है, सूत्र बताते हैं कि दो साल पुराने इस प्रोजेक्ट को किन्ही कारणों से अनुमति नही मिल सकी थी, इस कारण उक्त काम नही हुआ. अब अचानक मांढर उसके लिए पर्यावरण विभाग की तरफ से जन सुनवाई बुलाई गई, लेकिन समुचित प्रचार प्रसार नहीं होने की वजह से सभी ग्रामीणों को इसकी पूर्व सूचना नहीं मिल पाई.

हालंकि, फैक्ट्रियां भले किसी एक गांव में स्थापित हो, लेकिन उनका प्रदूषण उनसे होने वाली परेशानिया आसपास के गांव के ग्रामीणों को भी होती है. बावजूद इसके जनसुनवाई ग्राम पंचायत में सभी की उपस्थित में न कराकर छोटे से मोहल्ले में कर दी गई, जिसमें अधिकांश पंच भी नहीं थे. इस प्रकार गुपचुप तरीके से अधिकारियों ने अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली.

ग्रामीणों ने लिखित शिकायत स्थानीय विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा की है जिसमे उन्होंने पावर प्लांट की इस तरह जनसुनवाई पर गहरी नाराजगी जताई है और विधायक से समुचित कार्यवाही करने की मांग की है. इस सम्बंध में जिम्मेदार अधिकारियो से सम्पर्क काप्रयास किया लेकिन किसी से बात नही हो सकी वही विधायक से भी सम्पर्क नही होने से उनका इस मामले में क्या कहना है यह स्पष्ट नही हो सका है. शारडा एनर्जी द्वारा एनओसी के लिए इस तरह की जनसुनवाई सवालों के घेरे में आने के बाद अब देखना यह है कि प्रदेश की नई किसानों की सरकार इस पर क्या कार्यवाही करती है.