नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के एकाउंट से दो रिट्वीट ऐसे हुए जिसने मुश्किल में घिरी आम आदमी पार्टी के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी. सिसोदिया के एकाउंट से पवन विवेक और रामचंद्र नाम के ट्वीट को रिट्वीट किया गया है.

क्या है ट्वीट में

पहले ट्वीट में अन्ना हजारे से पूछा गया है कि वो मोदी के लोकपाल को नियुक्त करने के मसले पर खामोश क्यों हैं. मनीष सिसोदिया के दूसरे रिट्वीट में अन्ना हजारे को बीजेपी का एजेंट बताया गया है.

इस रिट्वीट के बाद आप की सियासी हलचल और तेज़ हो गई. दरअसल एमसीडी चुनाव के बाद अन्ना हज़ारे ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल अपनी करनी और कथनी में अंतर की वजह से हारे. इसी पर तमाम लोगों ने अन्ना हज़ारे के खिलाफ ट्वीट किए थे.

 

मनीष सिसोदिया पार्टी में अरविंद केजरीवाल के सबसे पुराने और करीबी साथी हैं. उनके इस ट्वीट ने पार्टी के बड़े नेताओं के होश उड़ा दिए. बाद में मनीष सिसोदिया ने कुछ और ट्वीट किए जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.

मनीष की सफाई

उन्होंने शनिवार को दावा किया कि उनके ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया गया है और ‘कोई’ इस अकाउंट से अन्ना हजारे के खिलाफ पोस्ट साझा कर रहा है.  उन्होंने ट्वीट किया, ”मेरा अकाउंट हैक कर लिया गया है. कोई अकाउंट से अन्ना हजारे के खिलाफ संदेशों को रिट्वीट कर रहा है. उन्हें डिलीट करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन डिलीट नहीं कर पा रहा हूं.”

उन्होंने अपने अगले ट्वीट में सफाई दी. उन्होंने लिखा कि ”कृपया उन पर यकीन नहीं कीजिए. मैं अन्ना जी का बहुत सम्मान करता हूं. कभी भी उनके खिलाफ ऐसी चीज़ें नहीं कह सकता हूं. कृपया उन पर यकीन नहीं करें.” सिसोदिया ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी जिसकी अगुआई अन्‍ना हजारे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की थी.